छत्तीसगढ़ में शनिवार को हुए नक्सली हमले में 24 जवान शहीद हुए हैं। जबकि एक जवान अभी भी लापता बताया जा रहा है। मुठभेड़ के बाद से कॉन्स्टेबल राकेश्वर सिंह मन्हास का अब तक कोई सुराग नहीं लग पाया है। सुरक्षाबल लापता जवान की खोजबीन के लिए लगातार सर्च अभियान चला रहे हैं।
रायपुर. छत्तीसगढ़ में शनिवार को हुए नक्सली हमले में 24 जवान शहीद हुए हैं। जबकि एक जवान अभी भी लापता बताया जा रहा है। मुठभेड़ के बाद से कॉन्स्टेबल राकेश्वर सिंह मन्हास का अब तक कोई सुराग नहीं लग पाया है। सुरक्षाबल लापता जवान की खोजबीन के लिए लगातार सर्च अभियान चला रहे हैं। इसी बीच रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि लापता जवान को नक्सलियों ने बंधक बनाया है। वहीं, राकेश्वर की पत्नी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की है कि उन्हें सुरक्षित वापस लाया जाए।
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, सुरक्षा सूत्रों ने इनपुट मिलने के संकेत दिए हैं, लेकिन अभी कोई बातचीत शुरू नहीं हुई है। वहीं, नक्सलियों की ओर से भी अभी इसे लेकर कुछ नहीं कहा गया है।
अज्ञात फोन कॉलर ने किया दावा
दरअसल, जवान को नक्सलियों के बंधक बनाने वाली बात एक फोन कॉल के बाद सामने आई। दरअसल, एक अज्ञात ने फोन करके स्थानीय पत्रकार को बताया कि जवान को नक्सलियों ने बंधक बनाया है। पत्रकार ने सोमवार को दावा किया है कि उसे अज्ञात शख्स ने फोन किया और बताया कि जवान अभी सुरक्षित है और उसे नक्सलियों ने बंधक बनाया है। हालांकि, सुरक्षाबलों ने अभी तक इसपर कुछ भी नहीं कहा है।
जवान के परिजनों से मिलने पहुंचे सीआरपीएफ अफसर
वहीं, सीआरपीएफ ने अपने अफसरों को जम्मू में राकेश्वर सिंह के घर भेजा और परिजनों को भरोसा दिलाया कि सुरक्षाबल उन्हें वापस लाने के लिए हर संभव कोशिश में जुटे हैं। वहीं, जवान की पत्नी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से अपील की है कि उनके पति को सुरक्षित खोजा जाए।
उन्होंने पीएम से अपील की है कि जैसे अभिनंदन वर्धमान को पाकिस्तान वापस लाए थे, वैसे ही मेरे पति को भी ला दो।