
वडोदरा: गुजरात के वडोदरा में गंभीरा पुल टूटने की घटना के बाद बचाव और राहत कार्य अंतिम चरण में है। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) के कमांडेंट सुरिंदर सिंह ने गुरुवार को बताया कि कुल दो टीमें और एक उप-टीम घटनास्थल पर बचाव कार्य में जुटी हैं। सुरिंदर सिंह ने कहा, "कल सुबह करीब 9 बजे जिला प्रशासन ने हमें इसकी सूचना दी, उन्होंने पीड़ितों को निकालने के लिए NDRF की एक टीम की मांग की। इसलिए, हमने यहां एक टीम भेजी। यहां पहुँचते ही हमने अपना बचाव अभियान शुरू कर दिया। हमने आकलन किया कि एक टीम पर्याप्त नहीं होगी और हमें और टीमों की आवश्यकता होगी। इसलिए, हमने एक और टीम तैनात की। बाद में एक और उप-टीम तैनात की गई। तो, दो टीमें और एक उप-टीम यहां हैं।,"
आगे उन्होंने कहा, “हम बचाव अभियान जारी रखे हुए हैं। अब तक 13 शव और 5 जीवित लोगों को निकाला जा चुका है। हमारी प्राथमिकता जल्द से जल्द इलाके की जाँच करना और शवों के साथ-साथ जीवित लोगों को भी निकालना है। हम आज दोपहर तक अभियान पूरा करने की कोशिश करेंगे।” वडोदरा और आणंद को जोड़ने वाले गंभीरा पुल का एक हिस्सा एक दिन पहले टूट गया और नीचे महिसागर नदी में गिर गया। बचाव अभियान आज सुबह भी जारी रहा और वडोदरा के जिला कलेक्टर अनिल धामेलिया ने गुरुवार को घटनास्थल का दौरा किया।
कलेक्टर और स्थानीय प्रशासन के अन्य अधिकारी बुधवार से ही घटनास्थल पर राहत और बचाव कार्यों का जायजा ले रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुल हादसे में मृतकों के परिजनों के लिए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (PMNRF) से 2 लाख रुपये की सहायता राशि की घोषणा की है। घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे। गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने वडोदरा में पुल हादसे में मरने वालों के परिवारों के लिए 4 लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की। उन्होंने घायलों के लिए 50,000 रुपये की भी घोषणा की।