
NEET exam phobia: तमिलनाडु में नीट परीक्षा (NEET Exam) का दबाव एक और मासूम जिंदगी पर भारी पड़ गया। चेन्नई के कीलंबक्कम (Kilambakkam) में धार्षिनी (Dharshini) नाम की छात्रा ने परीक्षा के डर से आत्महत्या कर ली। वह 2021 से NEET की तैयारी कर रही थी और इस साल 4 मई को परीक्षा देने वाली थी। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
यह पहली घटना नहीं है। इससे पहले 1 मार्च को विल्लुपुरम (Villupuram) जिले के तिंडिवनम (Tindivanam) में इंदु (Indhu) नाम की छात्रा ने भी नीट में असफलता के डर से आत्महत्या कर ली थी।
इंदु ने 12वीं कक्षा अच्छे अंकों से पास की थी। उसने पुदुचेरी (Puducherry) के एक निजी कोचिंग सेंटर से NEET की तैयारी की थी। पिछले साल 350 अंक प्राप्त किए थे लेकिन परीक्षा पास नहीं कर पाई। इस साल OBC प्रमाणपत्र प्राप्त कर फिर से परीक्षा देने की तैयारी कर रही थी। माता-पिता के खेत से लौटने पर उसे पंखे से लटका पाया गया।
तमिलनाडु में NEET को लेकर आत्महत्या के कई मामले सामने आ चुके हैं। अक्टूबर 2024 में सलेम (Salem) जिले की एस. पुनिता (S. Punitha) नाम की छात्रा ने भी NEET में असफलता के बाद आत्महत्या कर ली थी। दो साल तक NEET की कोचिंग ली लेकिन मेडिकल सीट नहीं मिली। पैरामेडिकल कोर्स (Paramedical Course) में सरकारी कोटे से दाखिला नहीं मिला। निराशा में आकर आत्महत्या कर ली।
तमिलनाडु सरकार NEET परीक्षा (NEET Exam 2024) का लगातार विरोध करती रही है। DMK सरकार (DMK Government) का कहना है कि यह परीक्षा आर्थिक रूप से कमजोर और तमिल-माध्यम छात्रों के साथ भेदभाव करती है।
जून 2024 में राज्य विधानसभा ने NEET के खिलाफ प्रस्ताव पारित किया। NEET-UG 2024 पेपर लीक (NEET Paper Leak) और NEET-PG 2024 स्थगन के बाद विवाद बढ़ा। DMK और उसके सहयोगी दलों ने तमिलनाडु के लिए NEET से छूट की मांग की।