नीरव मोदी 13 हजार 500 करोड़ रुपए के पीएनबी घोटाले में मुख्य आरोपी है। वह लंदन की वांड्सवर्थ जेल में बंद है। लंदन पुलिस ने उसे 19 मार्च को गिरफ्तार किया था। लंदन की एक अदालत में इस मामले में सुनवाई चल रही है। भगोड़े नीरव मोदी की बहन पूर्वी मेहता के नाम से जुड़ी संस्थाओं और बैंक खातों को भारत और विदेश में मनी लॉन्ड्रिंग के लिए इस्तेमाल किया जाता रहा है। पूर्वी मेहता के खिलाफ इंटरपोल ने एक रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी किया था।
नई दिल्ली। पीएनबी के 13500 करोड़ रुपये घोटाले में भगोड़े नीरव मोदी की बहन पूर्वी मेहता को माफी दे दी गई है। पूर्वी ने सरकारी गवाह बनते हुए अपने लंदन के खाते से 17.25 करोड़ रुपये ईडी को ट्रांसफर कर दिए हैं। पूर्वी मोदी के अनुसार मेरे नाम से ब्रिटेन में अकाउंट खुलवाया गया था। इसमें जो रकम जमा किए गए थे, उसे मैनें भारत सरकार को ट्रांसफर कर दिए हैं।
सरकारी गवाह बनने के लिए पूर्वी ने किया था आवेदन
ब्रिटेन में रह रही नीरव मोदी की बहन पूर्वी मेहता ने 4 जनवरी को स्पेशल कोर्ट में प्रिवेंशन आॅफ मनी लाॅंड्रिंग केस से बरी करने के लिए आवेदन किया था। पूर्वी ने घोटालों से जुड़ी जानकारी एजेंसी को बताने की पेशकश की थी, जिसे कुछ शर्ताें के साथ स्वीकार कर लिया गया था। इसके बाद ईडी ने पूर्वी मेहता और उसके पति मयंक मेहता को पूछताछ से राहत देने के साथ माफी दे दी थी।
पूर्वी ने भेजे 17.25 करोड़ जो नीरव मोदी का माना जाएगा
ईडी से माफी के बाद अपने कथित खाते से पूर्वी मेहता ने 17.25 करोड़ रुपये भारत सरकार को ट्रांसफर किए हैं। सूत्रों का कहना है कि यह पैसा भगोड़े नीरव मोदी का ही माना जाएगा।
पूर्वी मेहता बेल्जियम और उनके पति मैनक मेहता ब्रिटिश नागरिक हैं। ईडी का आरोप है कि भारत और विदेशों में अलग-अलग संस्थाओं, बैंक अकाउंट और ट्रस्ट में पूर्वी के नाम का इस्तेमाल किया जाता रहा है। इसके चलते इंटरपोल ने पूर्वी के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था। इसके अलावा ईडी ने न्यूयॉर्क और लंदन में उसकी संपत्तियों को अटैच किया था। हालांकि पिछले साल अक्टूबर में ईडी ने कहा था कि पूर्वी ने एजेंसी का सहयोग किया है।