नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने अचानक दिया इस्तीफा, सरकार ने आनन फानन में सुमन के.बेरी को किया नियुक्त

Published : Apr 23, 2022, 12:38 AM ISTUpdated : Apr 23, 2022, 01:09 AM IST
नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने अचानक दिया इस्तीफा, सरकार ने आनन फानन में सुमन के.बेरी को किया नियुक्त

सार

प्रख्यात अर्थशास्त्री कुमार ने अगस्त 2017 में नीति आयोग के उपाध्यक्ष के रूप में पदभार ग्रहण किया, जब तत्कालीन वीसी अरविंद पनगढ़िया ने शिक्षा क्षेत्र में लौटने के लिए सरकारी थिंक-टैंक से खुद को अलग करने का फैसला किया था।

नई दिल्ली। नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने अचानक अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। राजीव कुमार के एकाएक इस्तीफे के बाद सरकार ने शुक्रवार को सुमन के बेरी को नीति आयोग का उपाध्यक्ष नियुक्त किया। एक आधिकारिक आदेश में कहा गया है कि श्री बेरी 1 मई, 2022 से कार्यभार संभालेंगे। राजीव कुमार का कार्यकाल 30 अप्रैल को समाप्त हो रहा है। राजीव कुमार के इस्तीफा को केंद्र सरकार ने मंजूर कर लिया है। 

पनगड़िया के इस्तीफा के बाद आए थे राजीव कुमार

प्रख्यात अर्थशास्त्री श्री कुमार ने अगस्त 2017 में नीति आयोग के उपाध्यक्ष के रूप में पदभार संभाला था। राजीव कुमार की नियुक्ति तत्कालीन वीसी अरविंद पनगड़िया (Arvind Pangadia resign) के इस्तीफे के बाद हुई थी। अरविंद पनगड़िया ने सरकारी थिंकटैंक (Government Think Tank) से बाहर होने के ऐलान के साथ ही शिक्षा क्षेत्र में लौटने का फैसला लिया था।

राजीव कुमार का इस्तीफा मंजूर

आदेश के अनुसार, श्री कुमार का इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया है और उन्हें 30 अप्रैल से पद से मुक्त कर दिया जाएगा। राजीव कुमार ने कृषि, परिसंपत्ति मुद्रीकरण, विनिवेश, आकांक्षी जिलों के कार्यक्रम और इलेक्ट्रिक वाहनों पर ध्यान देने के साथ नीति आयोग के नीति निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कुमार ने ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय (Oxford University) से अर्थशास्त्र में डीफिल और लखनऊ विश्वविद्यालय (Lucknow University) से पीएचडी की है। वह सेंटर फॉर पॉलिसी रिसर्च (सीपीआर) में सीनियर फेलो भी थे।

सुमन के बेरी नए वाइस चेयरमैन नियुक्त

राजीव कुमार की जगह पर नीति आयोग का नया वाइस-चेयरमैन सुमन के.बेरी को बनाया गया है। श्री बेरी ने इससे पहले नेशनल काउंसिल ऑफ एप्लाइड इकोनॉमिक रिसर्च (एनसीएईआर), नई दिल्ली के महानिदेशक (मुख्य कार्यकारी) के रूप में कार्य किया था। वह प्रधान मंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद, सांख्यिकीय आयोग और मौद्रिक नीति पर भारतीय रिजर्व बैंक की तकनीकी सलाहकार समिति के सदस्य भी थे।

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