महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर चल रही अटकलों पर विराम लगाते हुए NCP अध्यक्ष शरद पवार ने शुक्रवार को स्पष्ट कर दिया है, कि न तो शिवसेना की तरफ से सरकार बनाने के लिए उनके पास कोई प्रस्ताव आया है, न ही महाराष्ट्र में सरकार बनाने के संबंध में उनकी शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से उनकी कोई बात हुई है। साथ ही उन्होंने कहा कि आने वाले 10 दिनों में सरकार का गठन हो जाएगा। जब भाजपा और शिवसेना सरकार बनाने के लिए साथ-साथ आ जाएंगे।
मुंबई. महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर चल रही अटकलों पर विराम लगाते हुए NCP अध्यक्ष शरद पवार ने शुक्रवार को स्पष्ट कर दिया है, कि न तो शिवसेना की तरफ से सरकार बनाने के लिए उनके पास कोई प्रस्ताव आया है, न ही महाराष्ट्र में सरकार बनाने के संबंध में उनकी शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से उनकी कोई बात हुई है। साथ ही उन्होंने कहा कि आने वाले 10 दिनों में सरकार का गठन हो जाएगा। जब भाजपा और शिवसेना सरकार बनाने के लिए साथ-साथ आ जाएंगे।
'बीजेपी को सीएम पद साझा करना होगा'
शरद पवार ने कहा कि यदि भाजपा इस समस्या का समाधान करना चाहती है तो उसे शिवसेना के साथ मुख्यमंत्री का पद साझा करना होगा। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में 288 सीटों में से 56 सीटें जीतने वाली शिवसेना ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री का पद और मंत्रिमंडल में आधा मंत्री पदों की मांग कर रही है। इन दोनों मांगों को भाजपा ने खारिज कर दिया है। पार्टी ने जोर देकर कहा है कि देवेंद्र फडणवीस अगले पांच वर्षों तक मुख्यमंत्री बने रहेंगे।
शरद पवार का अल्टीमेटम
शरद पवार ने शुक्रवार को सरकार के गठन में देरी के खिलाफ चेतावनी दी उन्होंने कहा, “हम सभी जानते हैं कि अयोध्या मुद्दे पर पिछली बार मुंबई में क्या हुआ था? मुझे चिंता है कि अगर 9 नवंबर को अयोध्या के फैसले से पहले एक स्थिर सरकार नहीं बनती है तो यह समाज में शांति के हित में नहीं होगा। उन्हें (भाजपा और शिवसेना को) इन बचकाने खेलों को रोकना चाहिए और जल्द ही सरकार बनानी चाहिए।''
पवार ने पीएम मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के साथ बातचीत की खबरों को गलत बताया है। NCP अध्यक्ष ने कहा कि उन्होंने हाल ही में कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी से बात की है, जिन्होंने उन्हें 4 नवंबर को विपक्षी दलों की बैठक के लिए दिल्ली आमंत्रित किया है।