Nobel Prize Winners 2022: दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित नोबेल पुरस्कार पाने वालों की पूरी लिस्ट, प्रोफाइल...

Published : Oct 07, 2022, 05:19 PM ISTUpdated : Oct 07, 2022, 05:33 PM IST
Nobel Prize Winners 2022: दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित नोबेल पुरस्कार पाने वालों की पूरी लिस्ट, प्रोफाइल...

सार

दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित नोबेल पुरस्कारों का ऐलान हो चुका है। मानव जाति के कल्याण और मदद के लिए किए गए कार्यों पर इन पुरस्कारों को दिया जाता है। पांच कैटेगरी में नोबेल पुरस्कार दिए जाते हैं। 

Nobel Prize Winners 2022: दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित नोबेल पुरस्कारों का ऐलान हो चुका है। मानव जाति के कल्याण और मदद के लिए किए गए कार्यों पर इन पुरस्कारों को दिया जाता है। पांच कैटेगरी में नोबेल पुरस्कार दिए जाते हैं। डायनामाइट के आविष्कारक अल्फ्रेड नोबेल (Alfred Nobel) की वसीयत के अनुसार हर साल मानव कल्याण के लिए किए गए कार्यों के लिए विशिष्ठ पुरस्कार दिया जाता है जिसका ऐलान एक कमेटी करती है। आईए जानते हैं साल 2022 में नोबेल प्राइज किसको-किसको और क्यों मिला है।

नोबेल शांति पुरस्कार 2022 (Nobel Prize for Peace) : इस बार नोबेल शांति पुरस्कार बेलारूस के मानवाधिकार एडवोकेट एलेस बियालियात्स्की के अलावा रूसी मानवाधिकार संगठन मेमोरियल और यूक्रेन के मानवाधिकार संगठन सेंटर फॉर सिविल लिबर्टीज को दिया गया है। नोबेल पीस प्राइज पाने वाले एलेस बियालियात्स्की बेलारूस के ह्यूमन राइट्स एडवोकेट हैं। वे 1980 के दशक में बेलारूस में लोकतंत्र आंदोलन की शुरूआत करने वालों में शामिल रहे हैं। एलेस का पूरा जीवन देश में लोकतंत्र की स्थापना और शांति विकास को बढ़ावा देने के लिए समर्पित रहा है। 
जबकि रूस का मानवाधिकार संगठन मेमोरियल का अस्तित्व 1987 में सामने आया था। यह संगठन पूर्व सोवियत संघ के मानवाधिकार एक्टीविस्ट्स द्वारा शुरू किया गया था। इस संगठन का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि कम्युनिस्ट शासन के दौरान उत्पीड़न का शिकार हुए लोगों को याद रखा जाए। चेचन युद्ध के दौरान इस संगठन ने मानवाधिकारों के उल्लंघन की बातें पूरी दुनिया तक पहुंचाने का काम किया था। वहीं, युद्धग्रस्त देश यूक्रेन में मानवाधिकारों की रक्षा करने के लिए सेंटर फॉर सिविल लिबर्टीज की स्थापना की गई थी। संगठन ने यूक्रेन की सिविल सोसायटी को मजबूत करने का काम किया। संगठन ने फरवरी 2022 में  निडरता से वह दस्तावेज तैयार किया जिसमें यूक्रेन के खिलाफ रूसी युद्ध अपराधों को शामिल किया गया है।

साहित्य के लिए नोबेल पुरस्कार 2022 (Nobel Prize for Literature): साहित्य के लिए यह प्रतिष्ठित पुरस्कार फ्रांसीसी लेखिका एनी एर्नाक्स को दिया गया है। एनी एर्नाक्स के लेखन में व्यक्तिगत स्मृति की जड़ों में जाकर पारंपरिक व्यवस्थाओं और क्तिगत स्मृति की जड़ों में जाकर पारंपरिक व्यवस्थाओं और सामूहिक प्रतिबंधों को उजागर करने  का काम दिखता है। एर्नाक्स, साहित्य के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार जीतने वाली ये 17वीं महिला लेखिका हैं। फ्रांसीसी लेखिका एनी एर्नाक्स, बेहद सरल भाषा में तीखी बातें लिखने के लिए जानी जाती हैं।

रसायन के क्षेत्र में 2022 का नोबेल पुरस्कार (Nobel Prize for Chemistry): केमिस्ट्री का नोबेल पुरस्कार इस बार तीन वैज्ञानिकों को दिया गया है। केमिस्ट्री में नोबेल पुरस्कार पाने वालो में कैरोलिन बेट्रोजी (अमेरिका), मोर्टन मेल्डेल (डेनमार्क) और बेरी शार्पलेस (अमेरिका) हैं। इन वैज्ञानिकों ने क्लिक केमिस्ट्री को एक नया आयाम दिया है। इसके अलावा बायोऑर्थोगोनल केमिस्ट्री में भी इनका रिसर्च भविष्य में चिकित्सा क्षेत्र के लिए नया रास्ता खोलेगा। 

फिजिक्स में नोबेल पुरस्कार 2022 (Nobel Prize for Physics): फिजिक्स के क्षेत्र में साल 2022 के लिए नोबल पुरस्कार तीन वैज्ञानिकों को संयुक्त रूप से दिया गया है। फिजिक्स के लिए नोबल पुरस्कार 2022 को एलेन एस्पेक्ट, जॉन एफ क्लॉसर और एंटोन ज़िलिंगर को मिला है। इन तीनों को यह पुरस्कार उलझे हुए फोटोन, बेल इनीक्वेलिटी (Bell inequality) को एस्टेबलिश करने और क्वांटम इंफोर्मेशन की शुरुआत करने के लिए दिया गया है (experiments with entangled photons, establishing the violation of Bell inequalities and pioneering quantum information science)। 

मेडिसिन में 2022 का नोबेल पुरस्कार (Nobel Prize for Medicine): स्वांते पाबो को शरीर क्रिया विज्ञान या मेडिसिन में 2022 का नोबेल प्राइज मिला है। स्वांते, विकासवादी जेनेटिक्स के क्षेत्र में स्पेशलिस्ट हैं। उन्हें निएंडरथल जीनोम पर काम करने के चलते नोबेल पुरस्कार दिया गया है। स्वांते ने विलुप्त होमिनिन और मानव विकास के जीनोम से संबंधित खोजों के लिए यह सम्मान पाया है। उन्होंने निएंडरथल के जीनोम की सिक्वेंसिंग की। निएंडरथल वर्तमान मनुष्यों के विलुप्त रिलेटिव हैं। उन्होंने पहले अज्ञात होमिनिन और डेनिसोवा की भी खोज की थी। उन्होंने पाया कि लगभग 70,000 साल पहले अफ्रीका से प्रवास के बाद इन विलुप्त होमिनिनों से होमो सेपियंस में जीन ट्रांस्फर हुआ था। होमिनिनों के जिन आज के इंसानों में हैं। पाबो मैक्स प्लैंक इंस्टीट्यूट फॉर इवोल्यूशनरी एंथ्रोपोलॉजी के निदेशक हैं।

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