
Operation Sindoor: मई में हुए ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत और पाकिस्तान की वायुसेना के बीच लड़ाई हुई। पाकिस्तान ने दावा किया कि उसने भारतीय राफेल लड़ाकू विमान को मार गिराया है। जब भारत की सेनाओं से इसके बारे में पूछा गया तो उन्होंने पाकिस्तानियों पर छोड़ दिया कि वे क्या सोचना चाहते हैं। अब ऐसी जानकारी सामने आ रही है कि भारत के राफेल विमान ने पाकिस्तानी एयरफोर्स को मुर्ख बनाया था। भारत ने उसे यकीन दिलाया कि उसने राफेल विमान गिरा दिया है।
idrw.org की एक रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी वायु सेना के पूर्व F-15E और F-16 पायलट रयान बोडेनहाइमर ने यह बात कही है। पाकिस्तान को राफेल गिराने की गलतफहमी राफेल के एआई सिस्टम और उसके 30kg के डिकॉय के चलते हुई। रिपोर्ट्स के अनुसार राफेल एक्स-गार्ड नाम के एडवांस्ड डिफेंस सिस्टम्स से लैस है। यह एक्स-गार्ड आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल कर 500 वाट, 360 डिग्री जैमिंग सिग्नल पैदा करता है। यह डिवाइस 100 मीटर लंबी फाइबर-ऑप्टिक केबल पर विमान के पीछे-पीछे चलता है।
एक्स-गार्ड एक डिकॉय है। यह असली राफेल विमान के रडार सिग्नल और डॉप्लर इफेक्ट की नकल पैदा करता है। इससे दुश्मन के रडार सिस्टम के लिए असली और नकली की पहचान करना मुश्किल हो जाता है। इसलिए यह उनकी मिसाइलों के लिए भी समझ से बाहर हो जाता है। द इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान के साथ भी यही हुआ।
रिपोर्ट के अनुसार, रयान बोडेनहाइमर ने कहा, “यह अब तक का सबसे अच्छा स्पूफिंग और धोखा है।” IDRW की रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तानी एयरफोर्स के PL-15E हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलें और J-10C लड़ाकू विमान रियल टाइम में भारत के लड़ाकू विमानों का सफलतापूर्वक पता नहीं लगा पाए और न उन्हें निशाना बना पाए। रफाल के डिकॉय ने पाकिस्तान के रडार और लड़ाकू विमानों को कन्फ्यूज कर दिया था।
चीनी मिसाइल PL-15 के पास रफाल के डिकॉय के खिलाफ कोई जवाब नहीं था। IDRW ने यह भी कहा है कि एक्स-गार्ड ने पाकिस्तान के J-10C लड़ाकू विमानों के KLJ-7A AESA रडार को भी भ्रमित कर दिया होगा। इससे उन्हें लगा होगा कि उन्होंने राफेल विमानों को निशाना बनाया है।