oxygen news meter: अमेरिका में भारतीयों की संस्था पहुंचाएंगी 250 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और वेंटिलेटर्स

कोरोना संक्रमण से लड़ाई लड़ रहे भारत के साथ दुनियाभर के छोटे-बड़े देश कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हो गए हैं। भारत इन देशों की समय-समय पर मदद करता रहा है, ऐसे में संकट की खड़ी में ये देश भी ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, वेंटिलेटर, दवाइयां और अन्य मेडिकल सामग्री भारत भेज रहे हैं। अमेरिका, जर्मनी, यूके आदि के अलावा सिंगापुर, बैंकॉक, हांगकांग, दुबई, आयरलैंड से ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और अन्य मेडिकल इक्विपमेंट की मदद मिल रही है। जानिए कहां से क्या आ रहा है...

Asianet News Hindi | Published : Apr 30, 2021 2:39 AM IST / Updated: Apr 30 2021, 03:01 PM IST

नई दिल्ली. भारत में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर से लोगों का जीवन बचाने दुनियाभर के देश मदद को आगे आए हैं। छोटे-बड़े तमाम देश कंधे से कंधा मिलाकर भारत के साथ खड़े हो गए हैं। भारत इन देशों की समय-समय पर मदद करता रहा है, ऐसे में संकट की खड़ी में ये देश भी ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, वेंटिलेटर, दवाइयां और अन्य मेडिकल सामग्री भारत भेज रहे हैं। अमेरिका, जर्मनी, यूके आदि के अलावा सिंगापुर, बैंकॉक, हांगकांग, दुबई, आयरलैंड से ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और अन्य मेडिकल इक्विपमेंट की मदद मिल रही है। बता दें गुरुवार को 3.86 हजार नए केस मिले हैं। यह अब तक का सबसे अधिक आंकड़ा है। लॉकडाउन और अन्य सख्तियों के चलते रिकवरी रेट भी बढ़ी है। यानी पिछले 24 घंटे में 2.91 लाख लोग ठीक भी हुए।

ऑक्सीजन और अन्य सुविधाओं का UPDATE

हरियाणा: गृहमंत्री अनिल विज ने बताया- USA में  USA-INDIA भारतीयों की संस्था है। उन्होंने हरियाणा को 250 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और वेंटिलेटर्स देने का फैसला किया है। 112 कंसंट्रेटर्स की पहली खेप आ रही है। मैंने  केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी से बात की है कि उनको फ्री में एयर लिफ्ट कर लिया जाए।

गुजरात: राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने कहा-सहयोग देने वालों से संपर्क करके हमने लक्ष्य बनाया है कि गुजरात में लगभग 1 लाख कोरोना वारियर्स का मनोबल बढ़ाने के लिए हम किट बनाएंगे और उनके घरों में भेजेंगे। इसमें घर के आवश्यकता की चीजें होंगी। आज 11,000 की पहली खेप 16 ट्रकों में भेज चुके हैं।

बांग्लादेश से भी मदद: बांग्लादेश भारत को अगले हफ्ते तक रेमेडिसिविर भेजेगा, बता दें कि भारत ने भी बांग्लादेश को वैक्सीन की डोज गिफ्ट की थीं

जापान से मदद: भारत में जापान के राजदूत सातोशी सुजुकी ने कहा-जरूरत के इस समय में जापान भारत के साथ खड़ा है। हमने फैसला किया है कि हम 300 ऑक्सीजन जेनरेटर और 300 वेंटिलेटर देने के साथ इस प्रक्रिया को आगे बढ़ाएंगे।

अमेरिका से मदद: भारत को अमेरिका से ऑक्सीजन सिलेंडर, रेग्युलेटर, एन-95 मास्क, पल्स ऑक्सीमीटर और रैपिड डायग्नोस्टिक किट जैसी मेडिकल सामग्री की मदद। अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड जेम्स ऑस्टिन ने ट्वीट करके दी जानकारी।

बैंकॉक, दुबई और सिंगापुर से मदद: भारतीय वायु सेना ने सिंगापुर से पनागर (पश्चिम बंगाल) तक 6 और दुबई से पनागर के लिए  3 क्रायोजेनिक ऑक्सीजन कंटेनर लोड किए। एयरफोर्स के सी -17 विमान ने बैंकॉक से पानागढ़ एयरबेस में 3 कंटेनरों को एयरलिफ्ट किया।

आयरलैंड और हांगकांग से मदद: आयरलैंड से ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की 700 यूनिट और 365 वेंटिलेटर भारत आ रहे हैं। नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बताया कि हांगकांग से भारत 300 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और दूसरी दवाइयों की खेप भारत आ चुकी है। पिछले 2 हफ्तों में 2000 से अधिक ऑक्सीजन कंसंट्रेटर एयरलिफ्ट किए गए हैं।

जम्मू-कश्मीर: उपराज्यपाल के सलाहकार बशीर अहमद खान ने कहा-हमारे यहां 20 टन ऑक्सीजन की उपलब्धता है। ऑक्सीजन की किसी तरह की कोई कमी नहीं है। हमने 1 करोड़ 25 लाख वैक्सीन डोज़ का ऑर्डर दिया है। हमारे पास रेमडेसिविर पर्याप्त मात्रा में है।

ऑक्सीजन स्पेशल ट्रेन: केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा-ऑक्सीजन के लिए हम स्पेशल ट्रेन समेत भारतीय वायुसेना और नौसेना की मदद ले रहे हैं। हम हर जगह ऑक्सीजन और रेमडेसिविर पहुंचाने के लिए पूरा प्रयास कर रहे हैं। हम विदेशों से भी मेडिकल सुविधाएं ले रहे हैं।

राजस्थान: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मेडिकल ऑक्सीजन की कमी दूर करने के लिए राज्य में मेडिकल ऑक्सीजन निर्माता उद्योगों के लिए विशेष पैकेज की घोषणा की है। इसके अंतर्गत 1 करोड़ रुपये का निवेश कर 30 सितंबर तक उत्पादन प्रारंभ करना आवश्यक होगा। इन उद्यमियों को राजस्थान एमएसएमई एक्ट 2019 के प्रावधानों के अनुसार 3 वर्षों में राज्य सरकार के संबंधित विभागों की नियामक स्वीकृतियों और निरीक्षणों से छूट प्रदान की जाएगी।

मुंबई: में रहने वाले मंडप डेकोरेटर पास्कल सल्धाना जरूरतमंदों को फ्री में ऑक्सीजन के सिलेंडर उपलब्ध करा रहे हैं। वे यह काम 18 अप्रैल से कर रहे हैं। पास्कल बताते हैं कि उनकी पत्नी पिछले 5 साल से डायलिसिस पर हैं। उनकी दोनों किडनी फेल हो गई हैं। पत्नी ने ही उन्हें ऐसा करने के लिए प्रेरित किया।

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