पद्म पुरस्कार पाने वाले नायकों ने बताया इसे देश का सम्मान, जानें किसने क्या कहा?

Published : Apr 28, 2025, 09:46 PM IST
Padma Awards 2025 ceremony rashtrapati Bhawan

सार

Padma Awards 2025: राष्ट्रपति भवन में सोमवार को पद्म पुरस्कारों का वितरण किया गया। जानिए पुरस्कृत होने के बाद किसने क्या कहा?

Padma Awards 2025: देश के 76वें गणतंत्र दिवस पर घोषित किए गए पद्म पुरस्कारों को सोमवार 28 अप्रैल को राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक भव्य समारोह में दिया गया। साल 2025 का पद्म पुरस्कार 139 विशिष्ट लोगों को देने का ऐलान किया गया था। इसमें 7 पद्म विभूषण, 19 पद्म भूषण और 113 पद्म श्री सम्मान थे। इस बार पद्म पुरस्कार पाने वालों में पत्रकार ए सूर्य प्रकाश, राम बहादुर राय, फिल्म इंडस्ट्री से नंदमूरी बालकृष्णा, अजीत कुमार, शेखर कपूर, अरिजीत सिंह, रिकी केज शामिल रहे। भोजपुरी गायिका शारदा सिन्हा, ग़ज़ल गायक पंकज उधास (Pankaj Udhas), राजनेता सुशील कुमार मोदी, जापान के रहने वाले बिजनेसमैन आसामू सुजुकी को मरणोपरांत (Posthumous Honour) यह सम्मान मिला।

जानिए सम्मान पाकर किसने क्या कहा?

भारत सरकार को धन्यवाद: कुवैत की शेखा शेखा अली अल-जबर-अल सबाह

योग शिक्षा में अग्रणी, कुवैत की शेखा शेखा अली अल-जबर अल-सबाह सोमवार को राष्ट्रपति भवन पहुंच पद्म श्री पुरस्कार प्राप्त किया। सम्मानित होने के बाद शेखा ने कहा कि मैं पद्म श्री पुरस्कार प्राप्त करने के लिए दिल्ली में आकर सम्मानित महसूस कर रही हूं। मैं बहुत आश्चर्यचकित और सम्मानित महसूस कर रही हूं। मैं बहुत आभारी हूं, मैं भारत सरकार को धन्यवाद देना चाहती हूं। मुझे भारत से प्यार है और मैं यहां अक्सर आती हूं। इसलिए, मेरे लिए यह घर जैसा लगता है। इसलिए, मैं बहुत खुश हूँ और बहुत आभारी हूं। उन्होंने बताया कि अपने दिवंगत दादा से योग के बारे में सीखा। वे योग प्रैक्टिसनर थे। मेरे पिता भी यही करते थे। वैकल्पिक चिकित्सा या योग हमेशा हाशिये पर ही था। हालांकि, जब मैंने अपने पहले बच्चे को जन्म दिया तो मुझे योग से परिचित कराया गया और मुझे लगा कि मेरे शरीर और मेरे दिमाग के लिए इसके स्वास्थ्य लाभ बहुत ज़्यादा हैं।

50 साल के करियर में सबसे अधिक सम्मानित

अभिनेता और आंध्र प्रदेश के विधायक नंदमुरी बालकृष्ण ने पद्म भूषण पुरस्कार लेने के बाद कहा कि मैं बहुत खुश हूं। मेरे 4500 रजिस्टर्ड फैंस और मैं उन सभी का आभारी हूं। मैं भारत सरकार का भी धन्यवाद करता हूं। 50 साल के करियर में, विधायक के रूप में मेरे काम, मेरा अस्पताल देश के पांच बड़े अस्पतालों में से एक है और यह बहुत खुशी की बात है। मैं सभी का धन्यवाद करता हूं। लोगों ने मुझसे कहा कि मुझे बहुत पहले ही पद्म पुरस्कार मिल जाना चाहिए था लेकिन मैंने उनसे कहा कि समय सही है क्योंकि मैंने चार हिट फिल्में दी हैं, कैंसर अस्पताल का अध्यक्ष बने मुझे 15 साल हो गए हैं और मैंने एक अभिनेता के रूप में 50 साल पूरे कर लिए हैं।

सम्मानित महसूस कर रहा: शेखर कपूर

इंटरनेशनल फिल्म डायरेक्टर शेखर कपूर ने पद्म भूषण से सम्मानित होने के बाद कहा कि मैं सम्मानित महसूस कर रहा हूं। मुझे उम्मीद है कि मैं सरकार को किसी भी तरह से वापस कर पाऊंगा, समाज की भलाई के लिए और लोगों की भलाई के लिए और देश की भलाई के लिए।

पारंपरिक कढ़ाई सुजनी कला का है यह सम्मान

बिहार की निर्मला देवी को उत्तरी बिहार की पारंपरिक कढ़ाई सुजनी कला को पुनर्जीवित करने के लिए पद्म श्री मिला। निर्मला देवी ने कहा कि मैं पिछले 40 सालों से यह काम कर रही हूं। जब मुझे पुरस्कार मिलने की खबर मिली तो मैं बहुत खुश हुई। मैं बचपन से ही कला में हमेशा से दिलचस्पी रखती रही हूं...मैं सरकार को धन्यवाद देती हूं कि उसने आज मुझे इस बुढ़ापे में पद्मश्री से सम्मानित किया।

लक्ष्मीनारायण सुब्रमण्यम को सम्मान मिलने पर पत्नी ने क्या कहा?

प्रसिद्ध वायलिन वादक लक्ष्मीनारायण सुब्रमण्यम को पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया। उनकी पत्नी और पद्म पुरस्कार विजेता गायिका कविता कृष्णमूर्ति ने कहा कि मेरा दिल गर्व से फूला नहीं समा रहा है क्योंकि मुझे व्यक्तिगत रूप से लगता है कि यह विभूषण उन्हें पहले ही मिल जाना चाहिए था। लेकिन वे कहते हैं कि देर आए दुरुस्त आए। मैं बहुत खुश हूं क्योंकि वे इसके बहुत हकदार हैं क्योंकि उन्होंने अपना जीवन वायलिन को समर्पित कर दिया है। भारतीय वायलिन को अंतरराष्ट्रीय मंच पर लाना, सबसे बड़े कॉन्सर्ट हॉल में जाना, सभी बड़े वायलिन वादकों के साथ मिलकर काम करना । मैं सरकार की बहुत आभारी हूं कि उन्होंने उनकी प्रतिभा को पहचाना।

सुब्रमण्यम ने कहा-यह वायलिन वादकों का सम्मान

प्रसिद्ध वायलिन वादक लक्ष्मीनारायण सुब्रमण्यम ने पद्म विभूषण से सम्मानित होने के बाद कहा कि मैं बेहद खुश हूं। किसी भी चीज से ज्यादा, मुझे लगता है कि यह सभी वायलिन वादकों के लिए एक पुरस्कार है क्योंकि यह पहली बार है जब किसी वायलिन वादक को पद्म विभूषण मिल रहा है। संगीत ने मुझे सब कुछ दिया है।

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