पेंडोरा पेपर लीक्स की निगरानी के लिए मल्टी इन्वेस्टिगेटिंग ग्रुप, सीबीडीटी चेयरमैन होंगे अध्यक्ष

पांच साल पहले Panama Paper Leak मामले ने दुनियाभर में हंगामा बरपा दिया था। इसमें कई बड़ी-बड़ी हस्तियों की फर्जी कंपनियों और टैक्स चोरी की सच्चाई सामने आई थी। ICIJ ने इससे बड़ा खुलासा किया है।

नई दिल्ली। दुनिया के अमीरों के काला धन इन्वेस्टमेंट का एक और खुलासा Pandora Paper लीक्स में हुआ है। बड़ी-बड़ी हस्तियां फर्जी कंपनियों के माध्यम से हजारों करोड़ का इन्वेस्टमेंट की है। इस लिस्ट में भारत के भी सैकड़ों लोगों का नाम है जिन्होंने काला धन इस माध्यम से ठिकाने लगाया है। दुनिया में हंगामा मचने के बाद अब भारत सरकार ने इस मामले की जांच कराने की बात कही है। सरकार ने निर्देश दिया है कि, 'पेंडोरा पेपर्स' के नाम से मीडिया में आने वाले पेंडोरा पेपर्स लीक के मामलों की जांच की निगरानी सीबीडीटी (CBDT) चेयरमैन की अध्यक्षता में मल्टी एजेंसी ग्रुप (multi agency groups) के माध्यम से की जाएगी। जांच कमेटी में सीबीडीटी (CBDT), ईडी (ED), आरबीआई (RBI) और एफआईयू (FIU) के प्रतिनिधि होंगे। 

पनामा लीक और पैराडाइज पेपर्स से भी काफी सफलता

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पनामा पेपर लीक (Panama Paper leaks) और पैराडाइज पेपर्स लीक (Paradise leak) में भी सरकार ने जांच कराकर काफी काला धन का पता लगाया था। पनामा और पैराडाइज पेपर्स में की गई जांच में लगभग 20,352 करोड़ (15.09.2021 तक की स्थिति) का पता चला है।

पहले जानें क्या है ये Pandora Paper?

पांच साल पहले Panama Paper Leak मामले ने दुनियाभर में हंगामा बरपा दिया था। इसमें कई बड़ी-बड़ी हस्तियों की फर्जी कंपनियों और टैक्स चोरी की सच्चाई सामने आई थी। ICIJ ने इससे बड़ा खुलासा किया है। ICIJ ने इसके लिए 117 देशों में अपने 600 जर्नलिस्ट को लगाया। इन्होंने 1.19 करोड़ दस्तावेजों को खंगाला। इसके बाद यह लिस्ट जारी की गई। 

इमरान सहित 700 पाकिस्तानियों के नाम शामिल

Pandora Paper में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान सहित 700 पाकिस्तानियों के नाम उजागर हुए हैं। लिस्ट में इमरान के कुछ मंत्रियों के नाम भी हैं। पंडोरा पेपर में विश्व भर में बड़े पदों पर बैठे लोगों के गुप्त वित्तीय लेन-देन का खुलासा किया गया है। पाकिस्तान के टेलीविजन समाचार चैनल जियो न्यूज की एक रिपोर्ट के मुताबिकI CIJ ने रविवार को इस लिस्ट का खुलासा किया है। इसमें पाकिस्तान के वित्त मंत्री शौकत तारिन, जल संसाधन मंत्री मूनिस इलाही, सांसद फैसल वावड़ा, उद्योग और उत्पादन मंत्री खुसरो बख्तियार के परिवार के नाम भी हैं। वहीं, कुछ सेवानिवृत्त सैन्य अधिकारियों, व्यवसायियों और मीडिया कंपनी के मालिकों के नाम भी सामने आए हैं।

लिस्ट में 300 से अधिक भारतीयों के नाम भी

Pandora Paper लीक में 300 से अधिक भारतीयों के नाम भी उजागर किए हैं। कहा जा रहा है कि पनामा पेपर लीक के बाद भारतीयों ने अपनी संपत्ति को 'रीऑर्गनाइज' करना शुरू कर दिया था। लिस्ट में सचिन तेंदुलकर का नाम भी बताया गया। हालांकि, तेंदुलकर के वकील ने कहा कि तेंदुलकर ने जो भी इन्वेस्ट किया, वो लीगल है। इसकी घोषणा टैक्स अथॉरिटी के सामने की जा चुकी थी।

ये भी इस लिस्ट में शामिल

Pandora Paper लीक में जॉर्डन के राजा, यूक्रेन, केन्या और ईक्वाडोर के राष्ट्रपति, चेक रिपब्लिक के प्रधानमंत्री और ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री टोने ब्लेयर के नाम भी शामिल हैं। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के 'प्रॉपगैंडा के अनाधिकारिक मंत्री' और भारत, रूस, अमेरिका, मेक्सिको समेत कई देशों के 130 अरबपतियों के नाम भी रिपोर्ट में उजागर किए गए हैं। हालांकि इसमें कितनी सच्चाई है, इसका पता जांच के बाद ही चलेगा।

बता दें कि 2016 में पनामा पेपर लीक के जरिये टैक्स चोरी का पर्दाफाश हुआ था। इसमें बताया गया था कि कैसे कंपनियां टैक्स चोरी करने विदेशों में मुखौटा कंपनियों (Shell companies) के जरिए अवैध लेन-देन करती थीं। यह लीक पनामा की कानूनी सहायता देने वाली कंपनी Mossack Fonseca के साथ जुड़ी हुई थीं। इससे पनामा देश का नाम भी बदनाम हुआ था।

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