
Operation Sindoor terrorists compensation: पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना ने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर लांच कर पाकिस्तान और पीओके में आतंकवादियों के 9 बड़े ठिकानों को नेस्तनाबूद कर दिया। इस ऑपरेशन में 100 के आसपास आतंकवादी भी मारे गए। इस एयरस्ट्राइक में यूएन द्वारा घोषित आतंकवादी (UN-designated terrorist) और जैश-ए-मोहम्मद (Jaish-e-Mohammed) के सरगना मसूद अजहर (Masood Azhar) की जान बाल-बाल बची। लेकिन उसका भाई मारा गया। यही नहीं अजहर के परिवार और रिश्तेदारों में करीब 14 लोग मारे गए। बताया जा रहा है कि पाकिस्तानी सरकार, आतंकियों के परिवारीजन को मुआवजा देने जा रही है।
खबर है कि इस एयरस्ट्राइक में अजहर के 14 नजदीकी परिजन मारे गए। पाकिस्तान सरकार (Pakistan Government) की ओर से प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ (PM Shehbaz Sharif) ने हर मृतक के परिजन को 1 करोड़ रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है। यानी कुल 14 करोड़ रुपये का भुगतान जैश सरगना के परिवार को हो सकता है।
ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान और पाक-अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित 9 आतंकी लॉन्चपैड्स (Terror Launchpads) को निशाना बनाकर 23 मिनट में खत्म कर दिया। इसमें 100 से ज्यादा आतंकी ढेर हुए। इस कार्रवाई की सबसे बड़ी वजह 22 अप्रैल को पहलगाम (Pahalgam Attack) में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष लोगों की मौत थी।
भारत की इस कार्रवाई में जैश और लश्कर (LeT) के कई शीर्ष कमांडर मारे गए।
भारतीय हमले से बौखलाए पाकिस्तान ने 15 से ज्यादा शहरों में भारतीय सैन्य और नागरिक ठिकानों पर ड्रोन और मिसाइल हमले की कोशिश की, लेकिन भारत के एयर डिफेंस सिस्टम (Air Defence) ने ज्यादातर हमलों को रोक दिया। भारत ने जवाबी कार्रवाई में लाहौर, रावलपिंडी जैसे पाक शहरों में मौजूद एयरबेस और टेरर इन्फ्रास्ट्रक्चर को निशाना बनाया।
लगातार बढ़ते तनाव के बीच 10 मई को भारत और पाकिस्तान के DGMO के बीच आपसी सहमति बनी और युद्धविराम (Ceasefire Understanding) की घोषणा हुई।