सावधान! कंबल बेचने वाले निकले पाकिस्तानी जासूस-J&K के 2 लोगों की गिरफ्तारी क्यों है बेहद गंभीर?

Published : Dec 23, 2025, 01:43 PM IST
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सार

Pakistan Spy Network India: अरुणाचल प्रदेश में कंबल बेचने की आड़ में चल रहा था पाकिस्तान का जासूसी खेल! J&K से आए आरोपी क्या सिर्फ मोहरे हैं या किसी बड़े नेटवर्क का हिस्सा? फोरेंसिक रिपोर्ट से खुल सकते हैं चौंकाने वाले राज…

Pakistan Spying Case In Arunachal Pradesh: अरुणाचल प्रदेश से सामने आई यह खबर सिर्फ एक गिरफ्तारी की नहीं, बल्कि भारत की आंतरिक सुरक्षा से जुड़ी एक बड़ी चेतावनी मानी जा रही है। ईटानगर पुलिस ने जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के दो लोगों को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। शुरुआती जांच में सामने आया है कि आरोपी व्यापार की आड़ में राज्य के अलग-अलग इलाकों में घूमकर संवेदनशील जानकारियां इकट्ठा कर रहे थे और उन्हें सीधे पाकिस्तानी हैंडलर्स तक पहुंचा रहे थे।

आखिर कौन हैं गिरफ्तार आरोपी और कैसे पकड़े गए?

पुलिस के अनुसार गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान एजाज अहमद भट और बशीर अहमद गनई के रूप में हुई है। ये दोनों जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के रहने वाले हैं। 18 दिसंबर को इन्हें गिरफ्तार कर अरुणाचल प्रदेश लाया गया, जहां फिलहाल ये पुलिस हिरासत में हैं। इन दो नई गिरफ्तारियों के साथ ही इस जासूसी मामले में कुल पांच आरोपी पकड़े जा चुके हैं। इससे पहले नवंबर में कुपवाड़ा के ही तीन अन्य लोगों को भी इसी नेटवर्क से जुड़े होने के शक में गिरफ्तार किया गया था।

 

 

क्या कंबल बेचने की आड़ में चल रहा था जासूसी खेल?

जांच में सामने आया है कि गिरफ्तार आरोपी खुद को कंबल और अन्य सामान बेचने वाला व्यापारी बताते थे। इसी बहाने वे अरुणाचल प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में घूमते थे। पुलिस को शक है कि इस दौरान वे सुरक्षा से जुड़ी अहम जानकारी, लोकेशन डिटेल्स और गतिविधियों का डेटा इकट्ठा कर रहे थे। यही जानकारी बाद में मोबाइल फोन और डिजिटल माध्यमों से पाकिस्तान में बैठे हैंडलर्स तक भेजी जाती थी। पुलिस अब आरोपियों के मोबाइल और डिजिटल डिवाइस की फोरेंसिक जांच करवा रही है।

फोरेंसिक रिपोर्ट से क्या खुल सकते हैं और राज?

इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (कानून-व्यवस्था) चुखु आपा के अनुसार, शुरुआती जांच में यह संकेत मिले हैं कि आरोपी सिर्फ अरुणाचल ही नहीं, बल्कि देश के अन्य हिस्सों से भी जानकारी शेयर कर रहे थे। फोरेंसिक रिपोर्ट आने के बाद यह साफ हो सकेगा कि नेटवर्क कितना बड़ा है और इसमें और कौन-कौन शामिल हो सकता है।

क्या यह सिर्फ शुरुआत है? बड़ा नेटवर्क होने की आशंका

पुलिस अधिकारियों का मानना है कि यह मामला सिर्फ कुछ लोगों तक सीमित नहीं हो सकता। एक संगठित जासूसी गिरोह के सक्रिय होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा रहा है। इसी कारण जांच को कई एंगल से आगे बढ़ाया जा रहा है।

आम लोगों के लिए पुलिस की खास चेतावनी क्यों जरूरी?

IGP ने ईटानगर के लोगों से खास अपील की है कि किसी भी बाहरी व्यक्ति को किराए पर घर देने से पहले उसके दस्तावेजों की जांच जरूर करें और पुलिस वेरिफिकेशन कराएं। उन्होंने साफ कहा कि छोटी सी लापरवाही भी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बन सकती है।

आखिर यह मामला क्यों है बेहद संवेदनशील?

अरुणाचल प्रदेश एक सीमावर्ती और रणनीतिक रूप से अहम राज्य है। ऐसे में यहां जासूसी गतिविधियों का सामने आना सुरक्षा एजेंसियों के लिए गंभीर चिंता का विषय है। आने वाले दिनों में जांच के साथ और भी चौंकाने वाले खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है।

 

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