पाकिस्तानी नाव से हो रही थी ड्रग तस्करी, Gujarat तट पर ATS ने 400 करोड़ की heroin के साथ 6 को पकड़ा

गुजरात के कच्छ जिले में जखाउ तट (Jakhau coast) से करीब 35 समुद्री मील दूर भारतीय तटरक्षक बल (Coastal Guards) और गुजरात आतंकवाद रोधी दस्ते (ATS) के संयुक्त अभियान में रविवार आधी रात के बाद मादक पदार्थ जब्त किया गया।

Asianet News Hindi | Published : Dec 20, 2021 1:27 PM IST / Updated: Dec 20 2021, 06:59 PM IST

नई दिल्ली। भारतीय अधिकारियों (ATS) ने पाकिस्तान (Pakistan) की एक मछली पकड़ने वाली नाव (Fishing boat) पर करीब 400 करोड़ रुपये कीमत की हेरोइन (heroin) बरामद की है। गुजरात तट (Gujarat Jakhau Coast) पर भारतीय जल क्षेत्र में पाकिस्तानी नाव के साथ छह लोगों को भी अरेस्ट किया गया है। हेरोइन का वजन करीब 77 किलोग्राम बताया जा रहा है। 

कहां हुई है इतनी बड़ी बरामदगी?

अधिकारियों ने बताया कि गुजरात के कच्छ जिले में जखाउ तट (Jakhau coast) से करीब 35 समुद्री मील दूर भारतीय तटरक्षक बल (Coastal Guards) और गुजरात आतंकवाद रोधी दस्ते (ATS) के संयुक्त अभियान में रविवार आधी रात के बाद मादक पदार्थ जब्त किया गया।

गुजरात के रक्षा जनसंपर्क अधिकारी ने सोमवार को एक ट्वीट में कहा, "पाकिस्तानी मछली पकड़ने वाली नाव 'अल हुसैनी' को भारतीय जल क्षेत्र में छह चालक दल के सदस्यों के साथ पकड़ा गया है। लगभग 400 करोड़ रुपये मूल्य की 77 किलोग्राम हेरोइन जब्त की गई।" उन्होंने कहा कि बाद में आगे की जांच के लिए नाव को जखाऊ तट पर लाया गया है।

एटीएस ने बताया कि कराची बंदरगाह से निकली थी नाव

गुजरात एटीएस के अनुसार भारतीय क्षेत्र में पकड़ी गई पाकिस्तानी नाव कराची बंदरगाह से निकली थी। यह भारतीय क्षेत्र में ड्रग डिलेवरी करने वाली थी। ड्रग डिलेवरी के लिए बहुत ही हाई फ्रीक्वेंसी के रेडियो चैनल से यहां संपर्क साधने की कोशिश की जा रही थी। इनके द्वारा कोड वर्ड, 'हरि-1' और 'हरि-2' का उपयोग करके संपर्क स्थापित करने की कोशिश की जा रही थी।

एक नाव से दूसरे पर ड्रग लोड किया जाता रहा

एटीएस ने बताया कि शाहबाज़ अली नाम की नाव कराची बंदरगाह से निकली और उसके चालक दल के सदस्यों ने कराची बंदरगाह से छह समुद्री मील की दूरी पर एक फाइबर नाव पर ड्रग्स को लोड किया। एटीएस ने कहा कि पकड़े गए पाकिस्तानी नागरिकों से प्रारंभिक पूछताछ में पता चला है कि हेरोइन की आपूर्ति दो पाकिस्तानी तस्करों द्वारा की गई थी, जिनकी पहचान हाजी हसन और हाजी हासम के रूप में हुई है। 

गुजरात से पंजाब ले जाया जाने वाला था ड्रग

दरअसल, पकड़ी गई ड्रग की खेप को पंजाब पहुंचाया जाना था। सबसे पहले इसे कच्छ में गुजरात तट के साथ कहीं उतारा जाना था। यहां से अंडरवर्ल्ड से जुड़े कुछ तस्करों को पंजाब में हैंडओवर करना था।

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