बोर्ड एग्जाम में शामिल हो रहे स्टूडेंट्स को प्रोत्साहित करने की दिशा में PM मोदी की विशेष पहल यानी 'परीक्षा पर चर्चा-2023 आज आयोजित की गई। यह परीक्षा पर चर्चा का 6th संस्करण था।
नई दिल्ली(New Delhi). बोर्ड एग्जाम में शामिल हो रहे स्टूडेंट्स को प्रोत्साहित करने की दिशा में PM मोदी की विशेष पहल यानी 'परीक्षा पर चर्चा-2023-Pariksha Pe Charcha' आज आयोजित की गई। यह परीक्षा पर चर्चा का 6th संस्करण था। इसके लिए रजिस्ट्रेशन 25 नवंबर से 30 दिसंबर तक हुए थे। पढ़िए पूरी डिटेल्स…
मोदी ने बच्चों से संवाद करते हुए कहा-'परीक्षा पर चर्चा' मेरी भी परीक्षा है और देश के कोटि-कोटि विद्यार्थी मेरी परीक्षा ले रहे हैं... मुझे ये परीक्षा देने में आनंद आता है। परिवारों को अपने बच्चों से उम्मीदें होना स्वाभाविक है, लेकिन अगर यह सिर्फ 'सामाजिक स्थिति' बनाए रखने के लिए है, तो यह खतरनाक हो जाता है। मोदी ने कहा-आपकी तरह हमें भी अपने राजनीतिक जीवन में इसका खामियाजा भुगतना पड़ता है; चुनावों के उत्कृष्ट परिणाम हमेशा 'अधिक उत्कृष्ट' होने की अपेक्षा की जाती है। तो, चिंता मत करो; बस तनाव मुक्त और प्रफुल्लित रहने के साथ-साथ अपना सर्वश्रेष्ठ देने का प्रयास करें। यदि आप बेहतर करते हैं, तो आपके आस-पास से और भी बेहतर करने का संभावित दबाव है। इससे कोई बचा नहीं है।
मोदी ने कहा-आप अच्छा करेंगे तो भी हर कोई आप से नई अपेक्षा करेगा...चारों तरफ से दबाव होता है, लेकिन क्या हमें इस दबाव से दबना चाहिए? ऐसे ही आप भी यदि अपनी एक्टिविटी पर फोकस रहते हैं, तो आप भी ऐसे संकट से बाहर आ जाएंगे। कभी भी दबाव के दबाव में न रहें। अपने भीतर देखो; आत्मनिरीक्षण के लिए जाओ! आपको अपनी क्षमता, अपनी आकांक्षाओं, अपने लक्ष्यों को पहचानना चाहिए; और फिर उन्हें उन अपेक्षाओं के साथ जोड़ने का प्रयास करें जो अन्य लोग आपसे कर रहे हैं।
दबाव के दबाव में न रहें! सोचें, विश्लेषण करें, कार्य करें और फिर जो आप चाहते हैं उसे प्राप्त करने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ दें। आप ऐसा स्लैब बनाइए कि जो आपको कम पसंद विषय है। उसको पहले समय दीजिए... उसके बाद उस विषय को समय दीजिए जो आपको पसंद है। केवल परीक्षा के लिए ही नहीं हमें अपने जीवन में हर स्तर पर टाइम मैनेजमेंट को लेकर जागरूक रहना चाहिए।
क्या आपने अपनी मां के टाइम मैनेजमेंट स्किल को देखा है?
मोदी ने कहा-हर साल देश भर के छात्र मुझे सलाह के लिए लिखते हैं। यह मेरे लिए बहुत प्रेरक और समृद्ध अनुभव है। क्या आपने कभी अपनी मां के टाइम मैनेजमेंट स्किल को देखा है? एक मां अपने द्वारा किए जाने वाले अपार कार्यों से कभी भी बोझिल महसूस नहीं करती है। अगर आप अपनी मां को ध्यान से देखेंगे, तो आप समझ पाएंगे कि अपने समय का अच्छे से प्रबंधन कैसे किया जाता है। अपनी मां के घर में समय-प्रबंधन को गहराई से देखें। जिस तरह से वह अत्यंत दक्षता के साथ हर चीज का सूक्ष्म प्रबंधन करती हैं, वह आप सभी के लिए जीवन में सीखने वाली चीज है। मां कभी भी ऐसा महसूस नहीं करती या करती है जैसे किसी दबाव में हो। उससे सीखो, उसका जीवन!
छात्र ये बात समझ कर चलें कि अब ज़िंदगी और जगत बहुत बदल चुका है। आज आपको डगर-डगर पर परीक्षा देनी है... इसलिए जो नकल करने वाला है, वो एक-दो एग्जाम तो पार कर जाएगा, लेकिन ज़िन्दगी कभी पार नहीं कर पाएगा। जो मेहनती विद्यार्थी है उसकी मेहनत उसकी जिंदगी में अवश्य ही रंग लाएगी। हो सकता है कोई नकल कर आपसे दो-चार नंबर ज्यादा ले जाएगा, लेकिन वो कभी भी आपकी ज़िन्दगी की रुकावट नहीं बन पाएगा। आपके भीतर की ताकत ही आपको आगे ले जाएगी। जो लोग कड़ी मेहनत करते हैं उनका जीवन निश्चित रूप से एक धन्य जीवन होगा, रंगों से भरा जीवन।
आपके और आपके साथियों के बीच परीक्षा में 2-3 अंकों का अंतर लंबे समय में जीवन में मायने नहीं रखता। जो समर्पित हैं वे निश्चित रूप से सर्वश्रेष्ठ प्राप्त करेंगे। पहले काम को समझिए... हमें भी जिस चीज की जरूरत है उसी पर फोकस करना चाहिए।अगर मुझे कुछ अचीव करना है तो मुझे स्पेसिफिक एरिया पर फोकस करना होगा... तभी परिणाम मिलेगा। हमें 'स्मार्टली हार्डवर्क' करना चाहिए, तभी अच्छे परिणाम मिलेंगे।
ऐसे लोग हैं, जो बहुत मेहनत करते हैं; कुछ के लिए, 'कड़ी मेहनत' उनके जीवन के शब्दकोश में भी मौजूद नहीं है; कुछ मुश्किल से स्मार्ट वर्क करते हैं, और कुछ स्मार्टली हार्ड वर्क करते हैं! हमें इन पहलुओं की बारीकियों को सीखना चाहिए और वांछित परिणाम प्राप्त करने के लिए उसी के अनुसार काम करना चाहिए।
मोदी ने कहा-जब एक बार आप इस सत्य को स्वीकार कर लेते हैं की मेरी एक क्षमता है और मुझे अब इसके अनुकूल चीजों को करना है... आप जिस दिन अपने सामर्थ्य को जान जाते हैं, उस दिन बहुत बड़े सामर्थ्यवान बन जाते हैं। हर मां-बाप अपने बच्चों का सही मूल्यांकन करें और बच्चों के भीतर हीन भावना को ना आने दें। हमारा देश, जिसे दुनिया 'औसत' कहती थी, अब विश्व स्तर पर चमक रहा है! इसलिए कभी भी अपनी क्षमता को कम मत आंकिए। समय बदलता है, हर किसी में कोई न कोई साधारण हुनर होता है; बात यह है कि आपको उन्हें पहचानने की आवश्यकता है।
इससे पहले एजुकेशन मिनिस्टर धर्मेंद्र प्रधान ने कहा-परीक्षा पर चर्चा एक जन आंदोलन का रूप ले चुका है। बच्चों पर जो अभिभावक, शिक्षक और समाज का दवाब रहता है, उसको समझते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उस दुविधा को स्वयं हमारे बीच समाधान देने के लिए उपस्थित हुए हैं।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'परीक्षा पर चर्चा' के 6वें एडिशन में छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों के साथ बातचीत की। यह कार्यक्रम नई दिल्ली के तालकटोरा इंडोर स्टेडियम में आयोजित किया गया। इससे पहले BJP ने अपने twitter पर लिखा कि पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ते हुए इस बार 150 से अधिक देशों के 38 लाख से अधिक प्रतिभागी #ParikshaPeCharcha 2023 में शामिल हुए। Don't miss!
इससे पहले मोदी ने tweet करके लिखा था कि-"परीक्षा पे चर्चा सबसे रोमांचक कार्यक्रमों में से एक है, जो परीक्षाओं को तनाव मुक्त बनाने और हमारे परीक्षा योद्धाओं का समर्थन करने के तरीकों पर चर्चा करने का अवसर देता है। मैं इस महीने की 27 तारीख को कार्यक्रम की प्रतीक्षा कर रहा हूं और आप सभी से इस यूनिक इंटरेक्शन में भाग लेने का आग्रह करता हूं।"
शिक्षा मंत्रालय(Ministry of Education) के अधिकारी के अनुसार 'परीक्षा पर चर्चा' 2023 के लिए रजिस्ट्रेशन वर्ष 2022 की तुलना में इस वर्ष दोगुने से अधिक हुए थे। पीपीसी-2022 के लिए लगभग 15.7 लाख की तुलना में लगभग 38.80 लाख प्रतिभागियों (छात्र- 31.24 लाख, शिक्षक- 5.60 लाख, माता-पिता- 1.95 लाख) ने पीपीसी- 2023 के लिए रजिस्ट्रेशन कराया था।
शिक्षा मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया, "150 से अधिक देशों के छात्रों, 51 देशों के शिक्षकों और 50 देशों के अभिभावकों ने भी पीपीसी-2023 के लिए रजिस्ट्रेशन कराया था।"
शिक्षा मंत्रालय के अधिकारी ने कहा कि अब तक इसमें राज्य बोर्डों, सीबीएसई, केवीएस, एनवीएस और अन्य बोर्डों से बड़ी संख्या में छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
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