
Parliament Monsoon Session: संसद के मानसून सत्र के दौरान ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) पर चर्चा का आज दूसरा दिन है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह लोकसभा में भाषण दे रहे हैं। आज शाम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी संसद में अपनी बात रख सकते हैं। मंगलवार को राज्यसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा शुरू होगी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सरकार का पक्ष रखेंगे।
अमित शाह ने कहा, “पहलगाम में निर्दोष नागरिकों को धर्म पूछकर मारा गया। उनके परिवार के सामने मारा गया। ऑपरेशन सिंदूर के जवाब में पाकिस्तान ने हमारे नागरिक ठिकानों पर गोलीबारी की। इससे हमारे कुछ नागरिक हताहत हुए। गुरुद्वारा टूटा, मंदिर टूटा। सोमवार को ऑपरेशन महादेव हुआ। इस दौरान तीन आंतकवादी सेना, सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस के संयुक्त ऑपरेशन में मारे गए। मारे गए आतंकी सुलेमान ऊर्फ फैजल, अफगान और जिब्रान थे। सुलेमान ए श्रेणी का लश्कर ए तैयबा का कमांडर था। वह पहलगाम हमले में और गगनगीर आतंकी हमले में लिप्त था। इसके सबूत हमारी एजेंसियों के पास हैं। अफगान ए श्रेणी का लश्कर ए तैयबा का आतंकी था। जिब्रान भी ए ग्रेड आतंकवादी था। ये तीनों पहलगाम आतंकी हमले में शामिल थे।”
गृह मंत्री ने कहा, "ऑपरेशन महादेव की शुरुआत 22 मई को हुई थी। 23 अप्रैल को सुरक्षा बैठक की गई। उसमें फैसला किया गया कि हत्यारे देश छोड़कर पाकिस्तान नहीं भाग सकें। 22 मई को आईबी के पास जानकारी आई कि दाशिकांत क्षेत्र में आतंकी है। ठंड में ऊंचाइयों पर हमारे सेना के अधिकारी इनके सिग्नल तलाश करने के लिए घूमते रहे। 22 जुलाई को आतंकियों के होने की पुष्टि हुई। इसके बात चार पैरा के जवान, सीआरपीएफ के जवान और जम्मू-कश्मीर पुलिस के जवानों ने आतंकियों को घेरा। सोमवार को ऑपरेशन में हमारे निर्दोष नागरिकों की हत्या करने वालों सुलेमान, अफगान और जिब्रान को मार गया।"
गृह मंत्री ने कहा, "पहले आशंका थी कि इन लोगों ने ही घटना की। एनआईए ने पहले से ही आतंकियों को आसरा देने वालों को गिरफ्तार कर रखा था। उनको खाना पहुंचाने वाले लोगों को अपने कब्जे में रखा था। जब आतंकवादियों के शव श्रीनगर आए, इनसे पहचान कराई गई। चार लोगों ने पहचान किया कि यही तीन लोग थे जिन्होंने पहलगाम में आतंकी घटना को अंजाम दिया। हमने इसपर भी भरोसा नहीं किया। कोई जल्दबाजी नहीं की। आतंकी घटनास्थल से जो कारतूस मिले थे। उसका FSL रिपोर्ट पहले से कराकर रखा था। चंडीगढ़ सेंट्रल एफएसएल के अंदर बैलिस्टिक रिपोर्ट तैयार था। जब कल ये आतंकवादी मारे गए, इनकी तीन राइफलें बरामद की गईं। एक M9 अमेरिकी राइफल थी और दो AK47 राइफल थे। इन राइफलों को विशेष विमान द्वारा सोमवार रात 12 बजे चंडीगढ़ पहुंचाया गया। पूरी रात फायरिंग कर इसके खाली खोखे जनरेट किए गए। दो खोखे का मिलान किया गया। राइफल की नाली और निकले हुए खोखे का भी मिलान हुआ। तब ये तय हो गया कि इन्हीं तीन राइफलों से हमारे निर्दोष नागरिक मारे गए थे।"
अमित शाह, "मुझे उम्मीद थी कि आतंकियों के मारे जाने की खबर से यहां खुशी की लहर होगी।" विपक्ष की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा, "स्याही पड़ गई इनके चेहरे पर। ये क्या है मान्यवर? किस तरह की राजनीति है? भाई आतंकवादी मारे गए आपको इसका भी आनंद नहीं है।" सपा प्रमुख अखिलेश यादव खड़े होकर कुछ बोले तो अमित शाह ने कहा, "अखिलेश जी बैठ जाइए, मेरा पूरा जवाब सुनिए। आपका सब जवाब आ जाएगा। भाई आप आतंकियों का धर्म देखकर दुखी न हों।"
ऑपरेशन सिंदूर पर चल रही चर्चा के दौरान मंगलवार शाम 6 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा में भाषण दे सकते हैं। मंगलवार सुबह सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले बिहार में एसआईआर (विशेष गहन पुनरीक्षण) मुद्दे के खिलाफ विपक्ष ने संसद के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। सदन में प्रश्न काल सुचारू रूप से चला है।