संसद के मानसून सत्र के पहले दिन ही NEET परीक्षा को लेकर जबर्दस्त हंगामा हुआ। राहुल गांधी और अखिलेश यादव ने NEET के साथ ही परीक्षा सिस्टम पर सवाल उठाए, जिनका शिक्षा मंत्री ने करारा जवाब दिया।
Parliament Session Economic Survey 2024: 22 जुलाई से संसद के बजट सत्र की शुरुआत हो चुकी है। इस दौरान NEET परीक्षा को लेकर पक्ष-विपक्ष की आपस में ठन गई। प्रश्नकाल के दौरान जब शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान NEET में हुई गड़बड़ी पर बोल रहे थे, तभी विपक्ष ने उनके इस्तीफे की मांग करते हुए जमकर हंगामा शुरू कर दिया। राहुल गांधी ने तो परीक्षा सिस्टम पर ही सवाल उठाते हुए उसे बकवास बता दिया।
राहुल गांधी बोले- शिक्षा मंत्री ने सबकी कमियां गिनाईं पर अपनी पर बात नहीं
राहुल गांधी ने कहा- पूरा देश देख रहा है कि हमारे परीक्षा सिस्टम में ही बहुत-सी कमियां है। ये सिर्फ नीट का मामला नहीं बल्कि सभी बड़ी परीक्षाओं का है। अगर आपके पास पैसा है और आप अमीर हैं तो एजुकेशन सिस्टम को खरीद सकते हैं। शिक्षा मंत्री ने सबकी कमियां तो गिना दीं, लेकिन अपनी पर बात नहीं कर रहे।
शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान बोले- सब जानते हैं कांग्रेस ने कैसे सरकारें चलाईं
इस पर शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने राहुल गांधी को करारा जवाब देते हुए कहा- मेरी जो शिक्षा, संस्कार और सामाजिक जीवन है उसकी स्वीकृति मुझे मेरे राज्य से मिली है। मुझे किसी के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है। प्रजांतत्र ने नरेन्द्र मोदी जी को चुनकर प्रधानमंत्री बनाया है और मैं उनकी अनुमति से यहां जवाब दे रहा हूं। इसलिए, आपके चिल्लाने से झूठ सच नहीं हो जाएगा। विपक्ष के नेता का देश के परीक्षा सिस्टम को बकवास कहना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। सब जानते हैं कि कांग्रेस ने कैसे सरकारें चलाई हैं। हमारी सरकार रिमोट से नहीं चलती।
अखिलेश यादव बोले- सरकार ने पेपर लीक पर रिकॉर्ड बनाया
सपा के अखिलेश यादव ने NEET पर सवाल उठाते हुए कहा- ये सरकार कुछ और रिकॉर्ड बनाए या न बनाए लेकिन पेपर लीक पर जरूर रिकॉर्ड बनाया है। ये शिक्षा मंत्री रहे तो स्टूडेंट्स को कभी न्याय नहीं मिल पाएगा
धर्मेंद्र प्रधान ने कहा- केरल के स्टूडेंट्स ने अच्छा परफॉर्म किया तो क्या वहां भी गड़बड़ी हुई
अखिलेश यादव की बात का जवाब देते हुए शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा- सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया कि पूरे स्टूडेंट की सूची को वेबसाइट पर उपलब्ध करा दो। पिछले 3 दिनों से सारे छात्रों की लिस्ट पब्लिक डोमेन में मौजूद है। उसमें केरल के स्टूडेंट्स ने भी अच्छा परफॉर्म किया है तो क्या हम ये कहेंगे कि वहां भी कुछ गड़बड़ी हुई थी। इस बार अच्छा परफॉर्म करने वालों में देश के SC-ST, पिछड़े वर्ग और ग्रामीण इलाकों के विद्यार्थी हैं। क्या हम उनकी मेधा को चुनौती देते हैं। बाकी बात रही प्रश्नपत्र लीक मामले की तो मेरा शुरू से स्टैंड रहा है। राजनीति नहीं करना। अखिलेश जी जब यूपी के सीएम थे तो पूरी सूची है कि कितने बार क्वेश्चन पेपर लीक हुए हैं।
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