फ्लाइट में फोन Airplane Mode पर नहीं रखने से हो सकता है बड़ा नुकसान? पायलट ने बताई पूरी सच्चाई

Published : Jul 24, 2025, 10:40 AM ISTUpdated : Jul 24, 2025, 10:42 AM IST
प्लेन में फोन एयरप्लेन मोड पर क्यों रखते हैं?

सार

Airplane Mode Warning In Flight: फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशनऔर एयरलाइंस एयरोप्लेन मोड को बहुत जरूरी मानते हैं, क्योंकि अगर फोन फ्लाइट मोड पर न हो तो फ्लाइट की सुरक्षा को खतरा हो सकता है। अब इसे लेकर एक पायलट ने सोशल मीडिया पर अहम जानकारी शेयर की है। 

Airplane Mode Warning In Flight: जब भी हम हवाई जहाज में बैठते हैं, तो क्रू मेंबर हमसे कहते हैं कि अपने मोबाइल फोन को फ्लाइट मोड पर डाल लें। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि ऐसा क्यों कहा जाता है? क्या आप जानते हैं कि अगर आपने ऐसा नहीं किया, तो इसका असर सिर्फ आपके फोन पर ही नहीं, बल्कि पूरी फ्लाइट की सुरक्षा पर पड़ सकता है? ऐसे में एक पायलट ने बताया कि अगर यात्री फ्लाइट में अपने फोन को फ्लाइट मोड पर नहीं रखते हैं, तो क्या होता है।

पायलट ने बताई वजह

सोशल मीडिया पर @PerchPoint नाम के इस पायलट ने कहा कि फोन को एयरप्लेन मोड में डालना बहुत जरूरी होता है। पायलट ने बताया है कि फ्लाइट में फोन को फ्लाइट मोड पर डालना कोई अफवाह या मजाक नहीं है, बल्कि एक जरूरी सावधानी है। उन्होंने कहा, ये सिर्फ एक आसान सलाह है। पायलट का यह पुराना वीडियो अब फिर से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, क्योंकि हाल ही में विमान कंपनियों को तकनीकी दिक्कतों और उड़ानों में गड़बड़ियों का सामना करना पड़ा था।

वीडियो में पायलट ने यह भी बताया कि अगर कोई यात्री गलती से फोन को एयरप्लेन मोड पर नहीं डालता, तो इससे प्लेन को कोई बड़ा खतरा नहीं होता। लेकिन फिर भी सभी की सुरक्षा के लिए फोन को एयरप्लेन मोड पर डालना सही और जरूरी होता है।

फ्लाइट में फोन को एयरप्लेन मोड में रखना क्यों जरुरी है?

फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (FAA) और एयरलाइंस फ्लाइट में एयरप्लेन मोड को बहुत जरूरी होता है क्योंकि इससे सुरक्षा का खतरा हो सकता है। माना जाता है कि मोबाइल फोन के सिग्नल प्लेन के कम्युनिकेशन और नेविगेशन सिस्टम में दखल डाल सकते हैं, जिससे उड़ान में काफी परेशानी आ सकती है। ऐसा करने से फ्लाइट देर से उड़ सकती है या कभी-कभी कैंसिल भी हो सकती है।

प्लेन में फोन ऑन रखने से हो सकता है कोई हादसा?

पायलट ने बताया कि भले ही फोन ऑन रखने से तुरंत कोई बड़ा हादसा न हो, लेकिन इससे पायलट को काफी दिक्कत होती है। उन्होंने कहा कि फोन के सिग्नल, पायलट के हेडसेट में गड़बड़ी कर सकते हैं। पायलट ने उदाहरण के साथ बताया कि अगर प्लेन में 70 से 150 यात्री हों और उनमें से 3-4 लोगों के फोन नेटवर्क पकड़ने की कोशिश करें तो इन फोन से निकलने वाली रेडियो तरंगें पायलट के हेडसेट को खराब कर सकती हैं।

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पायलट ने शेयर किया अपना अनुभव

पायलट ने अपना अनुभव लोगों के साथ शेयर करते हुए बताया कि जब वे प्लेन को लैंड करवा रहे थे और उसी समय उनके हेडसेट में मच्छर जैसी भिन-भिन की आवाज आने लगी, जिससे उन्हें काफी परेशानी हुई थी। इसलिए वीडियो के लास्ट में उन्होंने लोगों से रिक्वेस्ट किया कि फ्लाइट में मोबाइल को एयरप्लेन मोड पर जरूर डालें, ताकि पायलट आराम से और सुरक्षित तरीके से प्लेन उड़ा सकें

 

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