उपराष्ट्रपति अगर तेलंगाना के बंदारु दत्तात्रेय बनते तो NDA का सौ खून माफ, सीएम रेवंत रेड्डी का बड़ा दांव

Published : Jul 24, 2025, 12:04 AM IST
Bandaru Dattatreya

सार

Vice President Election Candidate: तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने उपराष्ट्रपति पद के लिए ओबीसी नेता बंदारु दत्तात्रेय के नाम का समर्थन किया। उन्होंने NDA सरकार पर तेलुगू भाषियों के साथ अन्याय करने का आरोप भी लगाया।

Vice President Election Candidate: तेलंगाना के मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता ए. रेवंत रेड्डी ने बुधवार को केंद्र सरकार से मांग की कि पूर्व केंद्रीय मंत्री और पूर्व राज्यपाल बंदारु दत्तात्रेय को देश का अगला उपराष्ट्रपति बनाया जाए। उन्होंने कहा कि तेलंगाना के साथ बार-बार हो रहे ‘अन्याय’ की भरपाई इसी तरीके से की जा सकती है।

तेलुगू भाषियों के साथ हो रहा अन्याय: रेवंत रेड्डी

तेलुगू देश की दूसरी सबसे ज़्यादा बोली जाने वाली भाषा है, इसके बावजूद तेलुगू भाषी लोगों को राष्ट्रीय स्तर पर उनका हक नहीं मिल रहा। पहले उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू को दिल्ली से घर भेजा गया, फिर दत्तात्रेय को राज्यपाल पद से हटाया गया और अब तेलंगाना बीजेपी अध्यक्ष के पद से बंदी संजय को भी हटा दिया गया। रेवंत रेड्डी ने कहा

बंदारु दत्तात्रेय: तेलुगू ओबीसी चेहरा

रेवंत रेड्डी ने बताया कि दत्तात्रेय न सिर्फ़ एक वरिष्ठ नेता हैं बल्कि वे तेलुगू भाषी ओबीसी समुदाय के भी अहम प्रतिनिधि हैं। वे पहले हरियाणा और हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल रह चुके हैं। 21 जुलाई 2025 को उन्होंने राज्यपाल पद से इस्तीफा दिया है।

 

 

रेवंत रेड्डी ने धनखड़ के इस्तीफे को बताया दुर्भाग्यपूर्ण

रेवंत रेड्डी ने पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि नए उपराष्ट्रपति का पद अब तेलंगाना के हिस्से में आना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर बंदारु दत्तात्रेय को यह पद दिया जाता है, तो एनडीए सरकार अपने कुछ पापों का प्रायश्चित कर सकती है।

बंदारू दत्तात्रेय के नाम पर क्या कांग्रेस समर्थन देगी?

रेवंत रेड्डी ने कहा कि वह व्यक्तिगत रूप से दत्तात्रेय का समर्थन करते हैं और कांग्रेस नेतृत्व से भी यही अनुरोध करेंगे। हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अंतिम निर्णय पार्टी नेतृत्व को लेना है। रेवंत रेड्डी ने बीजेपी और केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि जब तक एनडीए सत्ता में है, देश खतरे में है। इन्हें हटाना ज़रूरी है। तेलंगाना और तेलुगू भाषियों के साथ जिस तरह से व्यवहार किया जा रहा है, वह अस्वीकार्य है।

PREV
Read more Articles on

Recommended Stories

इंडिगो क्राइसिस के बीच बड़ी राहत: सरकार ने तय किए फ्लाइट टिकट रेट्स, जानें नई कीमतें
'बाबरी मस्जिद बनकर रहेगी, कोई एक ईंट नहीं हिला सकता', हुमायूं कबीर ने किया 300 cr. का ऐलान