कोरोना के खिलाफ मोदी का एक और वार: वैक्सीन बनाने वाली 3 टीमों से की बात, वैज्ञानिकों के प्रयासों को सराहा

पीएम मोदी ने कोरोना वैक्सीन को बनाने में लगी 3 टीमों से बात की। ये टीमें जेनोवा बायोफार्मास्युटिकल्स लिमिटेड पुणे, बायोलॉजिकल ई लिमिटेड हैदराबाद और डॉक्टर रेड्डीज लेबोरेटरीज लिमिटेड हैदराबाद से थीं।

Asianet News Hindi | Published : Nov 30, 2020 8:27 AM IST / Updated: Nov 30 2020, 02:03 PM IST

नई दिल्ली. पीएम मोदी ने कोरोना वैक्सीन को बनाने में लगी 3 टीमों से बात की। ये टीमें जेनोवा बायोफार्मास्युटिकल्स लिमिटेड पुणे, बायोलॉजिकल ई लिमिटेड हैदराबाद और डॉक्टर रेड्डीज लेबोरेटरीज लिमिटेड हैदराबाद से थीं। पीएमओ की तरफ से बातचीत की जानकारी दी गई। पीएमओ के मुताबिक, प्रधानमंत्री ने इन कंपनियों के कोविड-19 से निपटने के लिए वैक्सीन समाधान के साथ आने को लेकर किए जा रहे प्रयासों की सराहना की। टीके के विकास के लिए विभिन्न प्लेटफार्मों की क्षमता पर भी चर्चा की गई। 

एक अन्य ट्वीट में पीएमओ ने बताया, पीएम मोदी ने कंपनियों से विनियामक प्रक्रियाओं और संबंधित मामलों के बारे में अपने सुझाव और विचार रखने को कहा। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि वे वैक्सीन के बारे में आम लोगों को सरल भाषा में सूचित करने के लिए अतिरिक्त प्रयास करें। वैक्सीन डिस्ट्रीब्यूशन करने के संबंध में लॉजिस्टिक, ट्रांसपोर्ट, कोल्ड चेन आदि से संबंधित मामलों पर भी चर्चा की गई।

अहमदाबाद में जायडस के कोरोना वैक्सीन का जायजा लिया था 

पीएम मोदी ने जायडस बायोटेक पार्क दौरे में कहा कि उन्होंने अहमदाबाद में जायडस बायोटेक पार्क में कोरोना के स्वदेशी डीएनए आधारित वैक्सीन के विकास का जायजा लिया। इस वैक्सीन को जायडस कैडिला डेवलप कर रही है। 

हैदराबाद में भारत बायोटेके लैब में पहुंचे थे पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक के लैब में कोराना की वैक्सीन कोवैक्सीन के निर्माण का जायजा लिया था। पीएम यहां के लैब में पहुंचे और रिसर्चर से बात की। यहां कोवैक्सीन के तीसरे फेज का ट्रायल चल रहा है। तीसरे फेज में कंपनी 26 हजार लोगों पर इस वैक्सीन का ट्रायल कर रही है। 

पीएम मोदी ने इन तीन जगहों को क्यों चुना?

पीएम मोदी ने इन तीन जगहों को क्यों चुना? इसका जवाब है कि इन्हीं तीन जगहों पर कोरोना महामारी से निपटने के लिए वैक्सीन बन रही है। सबसे पहले बात अहमदाबाद की। यहां पर जायकोव-डी नाम की कोरोना वैक्सीन बन रही है। बनाने वाली कंपनी का नाम जायडस बायोटेक है। यह गुजरात के चांगोदर इंडस्ट्रियल एरिया में है। वैक्सीन का फेज-3 का ट्रायल्स शुरू हो चुका है। अब बात हैदराबाद की। यहां के प्लांट में भारत बायोटेक नाम की कंपनी कोवैक्सिन बना रही है। तीसरे फेज का काम जारी है। उम्मीद है कि जनवरी तक नतीजे आ जाएंगे। पुणे में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया कोवीशील्ड नाम की वैक्सीन बना रही है। ट्रायल आखिरी दौर में है।

 

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