PM मोदी ने 20 लाख करोड़ के पैकेज का ऐलान किया, कहा- GDP का 10% हिस्सा देश को आत्मनिर्भर बनाएगा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस के संकट के बीच मंगलवार को पांचवीं बार देश को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा, दुनियाभर में कोरोना के खिलाफ चार महीने से जंग जारी है। अब तक 42 लाख लोग संक्रमित हो चुके हैं। कई लोगों ने अपने परिवार के लोगों को खोया है।

नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस के संकट के बीच मंगलवार को पांचवीं बार देश को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने 20 लाख करोड़ रुपए के आर्थिक पैकेज का ऐलान किया। पीएम मोदी ने कहा, आज मैं एक आर्थिक पैकेज का ऐलान करने जा रहा हूं। ये आर्थिक पैकेज आत्मनिर्भर भारत अभियान की अहम कड़ी का काम करेगा। हाल ही में सरकार ने कोरोना संकट से जुड़ीं घोषणाएं की थीं, आरबीआई ने ऐलान किए थे। और इनमें अगर आज का पैकेज को जोड़ दें तो यह 20 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच जाएगा। यह भारत की अर्थव्यवस्था का 10% है।  20 लाख करोड़ रुपए का पैकेज आत्मनिर्भर भारत अभियान को नई गति देगा।

प्रधानमंत्री ने कहा, आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को सिद्ध करने के लिए, इस पैकेज में Land, Labour, Liquidity और  Laws, सभी पर बल दिया गया है। 

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MSME के लिए आर्थिक पैकेज
पीएम ने कहा- ये आर्थिक पैकेज हमारे कुटीर उद्योग, गृह उद्योग, हमारे लघु-मंझोले उद्योग, हमारे MSME के लिए है, जो करोड़ों लोगों की आजीविका का साधन है, जो आत्मनिर्भर भारत के हमारे संकल्प का मजबूत आधार है।

ये पैकेज हर नागरिक के लिए
पीएम ने कहा, ये आर्थिक पैकेज देश के उस श्रमिक के लिए है, देश के उस किसान के लिए है, जो हर स्थिति, हर मौसम में देशवासियों के लिए दिन रात परिश्रम कर रहा है। ये आर्थिक पैकेज हमारे देश के मध्यम वर्ग के लिए है, जो ईमानदारी से टैक्स देता है, देश के विकास में अपना योगदान देता है। आपने भी अनुभव किया है कि बीते 6 वर्षों में जो Reforms हुए, उनके कारण आज संकट के इस समय भी भारत की व्यवस्थाएं अधिक सक्षम, अधिक समर्थ नजर आईं हैं। 

लॉकडाउन 4 नए रूप में दिखेगा
पीएम मोदी ने साफ कर दिया है कि लॉकडाउन 4 भी लगाया जाएगा। हालांकि, उन्होंने कहा, इस बार लॉकडाउन नए रूप रंग में दिखेगा। इसमें राज्यों द्वारा मिले सुझावों पर विचार किया जा रहा है। जल्द ही जानकारी मिल जाएगी। उन्होंने कहा, मास्क और दो गज दूरी को हमें अपनी आदत बनानी होगी। 

'हमें लोकल प्रोडक्ट खरीदने हैं'
पीएम ने कहा, ये संकट इतना बड़ा है, कि बड़ी से बड़ी व्यवस्थाएं हिल गई हैं। लेकिन इन्हीं परिस्थितियों में हमने, देश ने हमारे गरीब भाई-बहनों की संघर्ष-शक्ति, उनकी संयम-शक्ति का भी दर्शन किया है। आज से हर भारतवासी को अपने लोकल के लिए 'वोकल' बनना है। न सिर्फ लोकल Products खरीदने हैं। बल्कि उनका गर्व से प्रचार भी करना है। मुझे पूरा विश्वास है कि हमारा देश ऐसा कर सकता। 

दुनिया को भारत पर विश्वास हो गया
पीएम मोदी ने कहा- दुनिया को विश्वास होने लगा है कि भारत बहुत अच्छा कर सकता है, मानव जाति के कल्याण के लिए बहुत कुछ अच्छा दे सकता है। सवाल यह है - कि आखिर कैसे? इस सवाल का भी उत्तर है- 130 करोड़ देशवासियों का आत्मनिर्भर भारत का संकल्प।

पीएम ने कहा, आज हमारे पास साधन हैं, हमारे पास सामर्थ्य है, हमारे पास दुनिया का सबसे बेहतरीन टैलेंट है। हम Best Products बनाएंगे। अपनी Quality और बेहतर करेंगे। सप्लाई चेन को और आधुनिक बनाएंगे। ये हम कर सकते हैं और हम जरूर करेंगे। 


इस जंग में हमें बचना भी है और आगे बढ़ना भी है
पीएम ने कहा, दुनियाभर में कोरोना के खिलाफ चार महीने से जंग जारी है। अब तक 42 लाख लोग संक्रमित हो चुके हैं। कई लोगों ने अपने परिवार के लोगों को खोया है। एक वायरस ने दुनिया को तहस नहस कर दिया। करोड़ों जिंदगियां संकट का सामना कर रही हैं। लेकिन हमें इस जंग में बचना भी है और आगे भी बढ़ना है। 

थकना हारना मनुष्य को मंजूर नहीं
पीएम मोदी ने कहा, सारी दुनिया, जिंदगी बचाने की जंग में जुटी है। लेकिन थकना, हारना, टूटना-बिखरना, मानव को मंजूर नहीं है। सतर्क रहते हुए, ऐसी जंग के सभी नियमों का पालन करते हुए,अब हमें बचना भी है और आगे भी बढ़ना है। 

21वीं सदी भारत की है- पीएम मोदी
प्रधानमंत्री ने कहा, जब हम इन दोनों कालखंडो को भारत के नजरिए से देखते हैं तो लगता है कि 21वीं सदी भारत की हो, ये हमारा सपना नहीं, ये हम सभी की जिम्मेदारी है। विश्व की आज की स्थिति हमें सिखाती है कि इसका मार्ग एक ही है- "आत्मनिर्भर भारत।'' एक राष्ट्र के रूप में आज हम एक बहुत ही अहम मोड़ पर खड़े हैं।
 
'भारत में आज हर रोज 2 लाख पीपीई बन रहीं'
पीएम मोदी ने कहा, इतनी बड़ी आपदा, भारत के लिए एक संकेत लेकर आई है, एक संदेश लेकर आई है, एक अवसर लेकर आई है। जब कोरोना संकट शुरु हुआ, तब भारत में एक भी पीपीई (PPE) किट नहीं बनती थी। एन-95 मास्क का भारत में नाममात्र उत्पादन होता था। आज स्थिति ये है कि भारत में ही हर रोज 2 लाख PPE और 2 लाख एन-95 मास्क बनाए जा रहे हैं। 

भारत विश्व के सामने आशा की किरण
विश्व के सामने भारत का मूलभूत चिंतन, आशा की किरण नजर आता है। भारत की संस्कृति, भारत के संस्कार, उस आत्मनिर्भरता की बात करते हैं, जिसकी आत्मा वसुधैव कुटुंबकम है। भारत जब आत्मनिर्भरता की बात करता है, तो आत्मकेंद्रित व्यवस्था की वकालत नहीं करता। भारत की आत्मनिर्भरता में संसार के सुख, सहयोग और शांति की चिंता होती है जो पृथ्वी को मां मानती हो, वो संस्कृति, वो भारतभूमि, जब आत्मनिर्भर बनती है, तब उससे एक सुखी-समृद्ध विश्व की संभावना भी सुनिश्चित होती है। भारत की प्रगति में तो हमेशा विश्व की प्रगति समाहित रही है।

'भारत के अभियानों का असर दुनिया पर पड़ता है'
भारत के लक्ष्यों का प्रभाव, भारत के कार्यों का प्रभाव, विश्व कल्याण पर पड़ता है। जब भारत खुले में शौच से मुक्त होता है तो दुनिया की तस्वीर बदल जाती है। टीबी हो, कुपोषण हो, पोलियो हो, भारत के अभियानों का असर दुनिया पर पड़ता ही पड़ता है। 

पीएम ने कल की थी मुख्यमंत्रियों से चर्चा
इससे पहले कल पीएम मोदी की राज्य के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए कोरोना महामारी और लॉकडाउन को लेकर चर्चा की थी। बता दें कि 17 मई को लॉकडाउन 3.0 खत्म हो रहा है, लेकिन कोरोना के केस बढ़ते जा रहे हैं। 

54 दिन में मोदी का पांचवां संदेश

पीएम मोदी ने पहला संबोधन 19 मार्च को किया था और जनता कर्फ्यू लगाने की बात कही थी। दूसरा संबोधन 24 मार्च को किया और 25 मार्च से 14 अप्रैल तक लॉकडाउन का ऐलान किया। तीसरा संबोधन 3 अप्रैल को वीडियो संदेश के जरिए किया। इसमें 5 अप्रैल की 9 रात 9 बजे 9 मिनट के लिए घरों की लाइट बंद करने की अपील की। चौथा संबोधन 14 अप्रैल को किया और कहा था कि जान है तो जहान है। 

मोदी की मुख्यमंत्रियों के साथ 6 घंटे हुई चर्चा

17 मई को लॉकडाउन 3.0 खत्म हो रहा है। ऐसे में आगे की रणनीति को लेकर पीएम मोदी ने सोमवार को राज्य के मुख्यमंत्रियों के साथ चर्चा की। दोपहर 3 बजे से शुरू हुई मीटिंग रात 10 बजे तक चली। करीब 6 हुई मीटिंग में मुख्यमंत्रियों ने अपने राज्य की स्थिति के बारे में बताया और वह आगे क्या चाहते हैं इस बारे में भी पीएम मोदी को अवगत कराया।   

पीएम मोदी ने राज्यों से 15 मई तक ब्लू प्रिंट मांगा है

पीएम मोदी ने 15 मई तक सभी राज्यों से ब्लूप्रिंट मांगा है। पीएम मोदी ने मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक में कहा, आर्थिक गतिविधियां तेज होंगी। कोरोना से लड़ाई पर और अधिक जोर देंगे। गांवों को कोरोना से मुक्त रखना होगा। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी से निपटने में भारत की सफलता को वैश्विक मान्यता मिली है। भारत सरकार इस संबंध में सभी राज्य सरकारों द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना करती है।

24 मार्च को पहली बार हुआ था लॉकडाउन की ऐलान

पीएम मोदी ने मंत्रियों से 20 मार्च को बातचीत के बाद 24 मार्च को लॉकडाउन का ऐलान किया था। इसके बाद 2 अप्रैल की बैठक में लॉकडाउन नहीं हटाने पर सहमति बनी थी। 11 अप्रैल की बैठक के बाद लॉकडाउन 3 मई तक बढ़ाया गया। 27 अप्रैल की बैठक के में लॉकडाउन के तीसरे चरण पर सहमति बनी।

17 मई को खत्म हो रहा है लॉकडाउन 3.0

देश में जारी लॉकडाउन पांच दिन बाद 17 मई को खत्म होगा। पीएम मोदी कोरोना को लेकर लगातार बैठकें कर रहे हैं। आज अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस है, ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि लॉकडाउन के अलावा स्वास्थ्य कर्मियों के लिए भी संदेश दे सकते हैं।

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