भारत अब हर रोज कोरोना वायरस के 1 लाख टेस्ट करने में सक्षम है। यह जानकारी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने दी। उन्होंने बताया कि भारत में मृत्यु दर भी दुनिया के मुकाबले काफी कम है। स्वास्थ्य मंत्री ने मंगलवार को जम्मू कश्मीर के अफसरों के साथ कोरोना वायरस को लेकर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक की।
नई दिल्ली. भारत अब हर रोज कोरोना वायरस के 1 लाख टेस्ट करने में सक्षम है। यह जानकारी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने दी। उन्होंने बताया कि भारत में मृत्यु दर भी दुनिया के मुकाबले काफी कम है। स्वास्थ्य मंत्री ने मंगलवार को जम्मू कश्मीर के अफसरों के साथ कोरोना वायरस को लेकर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक की।
डॉ हर्षवर्धन ने कहा, भारत में मृत्यु दर 3.2 है। यह दुनियाभर के अन्य देशों की तुलना में सबसे कम है। उन्होंने कहा, भारत में रिकवरी रेट देखें तो यह भी दिन प्रतिदिन और अच्छा होता जा रहा है। उन्होंने कहा, भारत का रिकवरी रेट अब 31.7% तक पहुंच गया है।
दुनिया में मृत्यु दर 7-7.5%
उन्होंने बताया कि भारत में आज मृत्यु दर 3.2% है। कई राज्यों में इससे भी कम है। दुनिया की बात करें तो कोरोना से मरने वालों की दर 7-7.5% है।
31 मई से पहले पाया लक्ष्य
डॉ हर्षवर्धन ने कहा, मैंने पहले कहा था कि हम 31 मई तक हर रोज एक लाख टेस्टिंग पर पहुंच जाएंगे। लेकिन हमने इस लक्ष्य को पहले ही पा लिया। अब हम हर रोज 1 लाख टेस्ट कर सकते हैं। 11 मई को 86191 टेस्ट किए गए। अभी देश में 347 सरकारी और 137 प्राइवेट लैब्स में जांचे हो रही हैं। उन्होंने कहा, फरवरी में सिर्फ 1 लैब में टेस्ट हो रहा था, अब 484 लैब काम कर रही हैं।
सिर्फ 0.41% मरीजों को वेंटिलेटर की जरूरत पड़ रही
उन्होंने कहा, आज सुबह तक भारत में 70756 केस सामने आए हैं। 22455 लोग ठीक हो चुके हैं। आखिरी 14 दिन में डबलिंग रेट 10.9 है। वहीं, पिछले 7 दिन में देखें तो यह 10.8 है। भारत में अभी सिर्फ 0.41% मरीजों को वेंटिलेटर की जरूरत पड़ रही है। वहीं, 1.82% मरीज ऑक्सीजन पर हैं। 2.31% मरीज आईसीयू में हैं।