भ्रष्टाचार जिनकी लिगेसी, उनका भ्रष्टाचार ही उन पर बोझ, पीएम ने कहा-अब सरनेम से चुनाव जीतना मुश्किल

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रीय युवा संसद महोत्‍सव के कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्होंने कहा, आप सभी को राष्ट्रीय युवा दिवस की बहुत शुभकामनाएं। स्वामी विवेकानंद की जन्म जयंती का ये दिन हम सभी को नई प्रेरणा देता है। आज का दिन विशेष इसलिए भी हो गया है कि इस बार युवा संसद देश की संसद के सेंट्रल हॉल में हो रही है। ये सेंट्रल हॉल हमारे संविधान के निर्माण का गवाह है। कार्यक्रम में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक भी शामिल हुए।

Asianet News Hindi | Published : Jan 12, 2021 5:59 AM IST / Updated: Jan 12 2021, 12:04 PM IST

नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रीय युवा संसद महोत्‍सव के कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्होंने कहा, आप सभी को राष्ट्रीय युवा दिवस की बहुत शुभकामनाएं। स्वामी विवेकानंद की जन्म जयंती का ये दिन हम सभी को नई प्रेरणा देता है। आज का दिन विशेष इसलिए भी हो गया है कि इस बार युवा संसद देश की संसद के सेंट्रल हॉल में हो रही है। ये सेंट्रल हॉल हमारे संविधान के निर्माण का गवाह है। कार्यक्रम में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक भी शामिल हुए।  

युवाओं को पीएम ने क्या मंत्र दिया

 

स्वामी विवेकानंद पर क्या कहा?

 

राजनीति में वंशवाद पर बोला हमला 

 

देश  के युवाओं को खास काम दिया

 

राजनीति में आने के लिए क्या जरूरी

 

पहला राष्ट्रीय युवा संसद कैसा था? 

12 जनवरी से 27 फरवरी 2019 को पहली राष्ट्रीय युवा संसद को आयोजित किया गया था। इसमें 88,000 युवाओं ने हिस्सा लिया था। इसका विषय 'भारत की नई आवाज बनें और नीति के लिए समाधान एवं योगदान खोजें' था। दूसरा राष्ट्रीय युवा संसद वर्चुअल तरीके से आयोजित किया जा रहा है।  23 दिसंबर, 2020 को इसे आयोजित किया गया। इसमें  2.34 लाख युवाओं ने हिस्सा लिया। इसके बाद 1 से 5 जनवरी, 2021 तक वर्चुअल माध्यम से राज्य युवा संसदों द्वारा इसका अनुसरण किया गया। 

राष्ट्रीय युवा महोत्सव क्या है?
राष्ट्रीय युवा महोत्सव का आयोजन हर साल 12 से 16 जनवरी को किया जाता है। 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद की जयंती है, जिसे राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है। राष्ट्रीय युवा महोत्सव का उद्देश्य देश के युवाओं को अपनी प्रतिभा का परिचय देने के लिए एक साथ एक मंच पर लाना है; जहां एक लघु भारत का निर्माण करते हुए युवा औपचारिक और अनौपचारिक रूप से अपनी सामाजिक और सांस्कृतिक विशिष्टता पर विचारों का आदान-प्रदान करते हैं। 

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