शी जिनपिंग ने 2 दिन पहले ही भिजवाई थी अपनी कार, 8 सेकंड में 100 किमी. की है रफ्तार, जानें कीमत

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग चेन्नई पहुंच चुके हैं। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उनकी अनौपचारिक शिखर वार्ता होनी है। सुरक्षा की दृष्टि से 2 दिन पहले ही चीन से 4 गाड़ियां भारत भेजी गईं थीं। इन्हीं में चेन्नई एयरफोर्ट से जिनपिंग बाहर निकले। 
 

Asianet News Hindi | Published : Oct 11, 2019 9:25 AM IST

चेन्नई. चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग चेन्नई पहुंच चुके हैं। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उनकी अनौपचारिक शिखर वार्ता होनी है। सुरक्षा की दृष्टि से 2 दिन पहले ही चीन से 4 गाड़ियां भारत भेजी गईं थीं। इन्हीं में चेन्नई एयरफोर्ट से जिनपिंग बाहर निकले। 

चीन से चेन्नई लाई गईं चार गाड़ियां
शी जिनपिंग चेन्नई से जिस कार में गए, वो दो दिन पहले एयर इंडिया कार्गो विमान में चीन से चेन्नई लाई गईं। प्रत्येक कार की न्यूनतम लागत लगभग 6 करोड़ रुपए है। चीन की सबसे पुरानी और सबसे बड़ी घरेलू कार निर्माता कंपनी FADW (Hongqi) ने चीन के राष्ट्रपति के लिए यह कार बनाई है।

जिनपिंग हॉन्गकी एल 5 का इस्तेमाल करते हैं
- अक्सर चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग हॉन्गकी एल 5 का इस्तेमाल करते हैं। उन्होंने अपनी अफ्रीका यात्रा के दौरान हॉन्गकी N501 मॉडल कार का भी उपयोग किया था। होंगकी तीन प्रकार की कारों का निर्माण करती है - सरकार, परेड और आम जनता के लिए कार। 
यह कार भारत के राष्ट्रपति द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली मर्सिडीज-मेबैक एस 600 पल्मन गार्ड की तुलना में बहुत बड़ी और भारी कार है। शी जिनपिंग द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली होंगकी एल 5 चीन की सबसे महंगी कार है। सेफ्टी के लिए इस कार के ज्यादातर फीचर्स को गुप्त रखा गया है। 

- कार इंजन, क्षमता, बाहरी दुनिया जैसी कुछ ही चीजें जानती हैं। इसमें 12 वाल्व वाला एक इंजन है। भारतीय गणराज्य के राष्ट्रपति की कार 100 किमी / घंटा तक पहुँच सकती है जबकि चीनी राष्ट्रपति की कार को केवल 8 सेकंड लगते हैं। 

मोदी ने किया ट्वीट
इससे पहले मोदी ने अंग्रेजी, तमिल और चीनी भाषा में ट्वीट किया, "चेन्नई पहुंच गया हूं। मैं तमिलनाडु की महान भूमि पहुंच कर खुश हूं जिसे अपनी अद्भुत संस्कृति एवं आतिथ्य सत्कार के लिए जाना जाता है।" उन्होंने कहा, "यह खुशी की बात है कि तमिलनाडु राष्ट्रपति शी चिनफिंग की मेजबानी करेगा। यह अनौपचारिक शिखर वार्ता भारत और चीन के संबंधों को और मजबूत करे, यही कामना है।"

Share this article
click me!