
PM Modi Council Meeting June 4: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) 4 जून को शाम 4:30 बजे अपनी नई सरकार की पहली मंत्रिपरिषद (Council of Ministers) बैठक करेंगे। यह बैठक ऐसे समय हो रही है जब Operation Sindoor के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) में स्थित नौ आतंकी कैंपों को भारत द्वारा निशाना बनाए जाने के बाद देश में सियासी और सैन्य माहौल गर्म है।
PM Modi ने हाल ही में पश्चिम बंगाल की एक जनसभा में Operation Sindoor को लेकर कहा कि भारत ने आतंकवाद के खिलाफ अब New Normal स्थापित कर दिया है। उन्होंने साफ किया कि यह अभियान अभी भी जारी है और हर पाकिस्तानी दुस्साहस का सटीक जवाब दिया जाएगा।
भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान (General Anil Chauhan) ने सिंगापुर के शांगरी-ला डायलॉग (Shangri-La Dialogue) में स्वीकार किया कि Operation Sindoor की शुरुआत में भारत से कुछ गलतियां हुई थीं लेकिन बाद में उन्हें सुधार लिया गया। उन्होंने यह भी माना कि भारत ने इस अभियान में कुछ फाइटर जेट्स खोए लेकिन पाकिस्तान के उस दावे को बिलकुल गलत बताया जिसमें कहा गया था कि उसने छह भारतीय विमानों को गिराया, जिनमें चार राफेल भी थे। जनरल चौहान ने कहा कि महत्वपूर्ण ये नहीं कि विमान गिरे बल्कि ये है कि वे क्यों गिरे, किस कारण गिरे। यही आत्ममंथन ज़रूरी है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) ने सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि अगर पाकिस्तान में संसद में बहस हो सकती है, तो भारत में क्यों नहीं? उन्होंने संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग की है ताकि Operation Sindoor और पहलगाम हमले (Pahalgam Terror Attack) पर पूरी चर्चा हो सके।
खड़गे ने यह भी आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) द्वारा भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्षविराम का श्रेय लेने पर चुप हैं। उन्होंने कहा कि मोदी जी सैन्य बलों के पराक्रम का श्रेय लेकर चुनावी रैलियों में व्यस्त हैं जबकि अमेरिका भारत पर दबाव बनाने के दावे कर रहा है।
भारत सरकार पहले ही ट्रंप के दावों को पूर्णतः झूठा बता चुकी है। अमेरिकी पक्ष ने कहा था कि उसने ट्रेड और टैरिफ के जरिए भारत और पाकिस्तान को तुरंत सीजफायर के लिए मजबूर किया लेकिन भारत ने इस दावे को सिरे से खारिज कर दिया।
अब सबकी नजर 4 जून को होने वाली प्रधानमंत्री मोदी की कैबिनेट बैठक पर है जिसमें Operation Sindoor से जुड़े विषयों पर भी चर्चा हो सकती है। कांग्रेस सहित पूरा विपक्ष सरकार से पारदर्शिता की मांग कर रहा है।