
79th Independence Day 2025: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से ना सिर्फ पाकिस्तान को ललकारा है बल्कि आगे भी पाकिस्तान के खिलाफ सैन्य कार्रवाइयों को संकेत दिए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उन्होंने पहलगाम हमले के बाद सेना को खुली छूट दी और आगे भी सेना तय करेगी कि कब और कैसे पाकिस्तान को जवाब देना है। पीएम ने कहा कि22 अप्रैल 2025 को हुए हमले के बाद, हमने भारतीय सेना को रणनीति, उद्देश्य और समय तय करने की पूरी छूट दी। हमारी सेना ने वह कर दिखाया, जो कई दशकों तक हुआ नहीं था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा- हमने एक न्यू नॉर्मल स्थापित किया है। आतंक एवं आतंकियों को ताकत देने वालों को अब हम अलग - अलग नहीं मानेंगे। भारत ने तय कर लिया है कि न्यूक्लियर की धमकी को अब हम सहने वाले नहीं हैं। खून और पानी एक साथ नहीं बहेंगे। लाल किले से दिए भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्या कहा- आज मुझे लाल किले की प्राचीर से ऑपरेशन सिंदूर के वीर जांबाजों को सैल्यूट करने का अवसर मिला है।हमारे वीर जांबांज सैनिकों ने दुश्मनों को उनकी कल्पना से परे सजा दी है।
22 अप्रैल को पहलगाम में सीमा पार से आकर आतंकियों ने जिस प्रकार का कत्ल-ए-आम किया, धर्म पूछ पूछकर मारा गया, पत्नी के सामने पति को गोली मारी गई, बच्चों के सामने पिता को मौत के घाट उतार दिया गया। हिंदुस्तान क्रोध से भरा हुआ है, पूरा विश्व भी इस प्रकार के संहार से चौंक गया था। मेरे प्यारे देशवासियों, ऑपरेशन सिंदूर उसी आक्रोश की अभीव्यक्ति है।
22 तारीख के बाद हमने सेना को खुली छूट दे दी कि वो तय करें, लक्ष्य वो तय करें, समय भी वो चुनें और हमारी सेना ने वो करके दिखाया जो कई दशकों तक कभी हुआ नहीं था। सैकड़ों किलोमीटर दुश्मन की धरती पर घुस करके आंतक को मिट्टी में मिला दिया। आतंक की इमारतों को खंडहर बना दिया। पाकिस्तान की नींद अभी भी पूरी नहीं हुई है। पाकिस्तान में हुई तबाही इतनी बड़ी है कि रोज नए नए खुलासे हो रहे हैं, नई नई जानकारियां आ रही हैं।
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हमारा देश कई दशकों से आतंक को झेलता आया है। हमारे सीने को छलनी कर दिया गया है। अब हमने एक न्यू नॉर्मल स्थापित किया है। आंतक को और आतंकियों को पालने पोसने वालों को अब हम अलग-अलग नहीं मानेंगे। ये मानवता के समान दुश्मन हैं, इनके बीच कोई फर्क नहीं है। भारत ने तय कर लिया है न्यूक्लियर की धमकियों को अब हम सहने वाले नहीं है। न्यूक्लियर ब्लैकमेल लंबे समय से चला आया है, ब्लैकमेल नहीं सहा जाएगा। आगे भी अगर दुश्मनों ने ये कोशिश जारी रखी तो सेना तय करेगी, सेना की शर्तों पर, सेना जो समय निर्धारित करेगी उस समय पर, सेना जो तौर तरीके तय करे उस तौर तरीके से, सेना जो लक्ष्य तय करे उस लक्ष्य को अब हम अमल में ला करके रहने वाले हैं, हम मुंहतोड़ जवाब देंगे। भारत ने तय कर लिया है खून और पानी एक साथ नहीं बहेगा।