पोस्ट बजट वेबिनार के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज(25 फरवरी) तीसरे सब्जेक्ट- युवा शक्ति का दोहन-कौशल और शिक्षा पर अपने विचार रखे।
नई दिल्ली. पोस्ट बजट वेबिनार के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज(25 फरवरी) तीसरे सब्जेक्ट- युवा शक्ति का दोहन-कौशल और शिक्षा(Harnessing the Power of Youth, Skills and Education) पर अपने विचार रखे। केंद्रीय बजट में केंद्र सरकार द्वारा की गईं घोषणाओं के सटीक कार्यान्वयन और विभिन्न मंत्रालयों के बीच बेहतर तालमेल के मकसद से पोस्ट-बजट वेबिनार आयोजित किए जा रहे हैं। ये 23 फरवरी से 11 मार्च तक चलेंगे। मोदी इनमें संबोधन दे रहे हैं।
भारतीय युवा अमृत यात्रा की यात्रा का नेतृत्व कर रहे हैं और इसीलिए युवा और उनका भविष्य इस वर्ष के बजट में एक विकसित भारत के लिए कोर पर केंद्रित है। विकसित भारत के विजन को लेकर देश के अमृत यात्रा का नेतृत्व हमारे युवा ही कर रहे हैं। इसलिए अमृतकाल के इस प्रथम बजट में युवाओं को और उनके भविष्य को सबसे ज्यादा अहमियत दी गई है।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति में सीखने और स्किलिंग पर ध्यान केंद्रित किया गया है। हमारा शिक्षा क्षेत्र वर्षों से कठोरता का शिकार रहा है और हमने युवाओं के रवैये और भविष्य की मांगों के आधार पर शिक्षा और कौशल का एक समामेलन लाकर इसे बदलने की कोशिश की है।
नई टेक्नोलॉजी नई तरह की क्लासरूम के निर्माण में भी मदद कर रहे हैं। कोविड के दौरान हमने अनुभव भी किया है, इसलिए आज सरकार ऐसे टूल्स पर फोकस कर रही है जिससे anywhere access of knowledge सुनिश्चित हो सके। मुझे खुशी है कि शिक्षकों ने नई शिक्षा प्रणाली के हिस्से के रूप में स्किलिंग को शामिल करने में हमारा समर्थन किया है और इसने सरकार को हमारे शिक्षा क्षेत्र में सुधार के लिए प्रोत्साहित किया है। नई तकनीक नई उम्र की कक्षाओं के निर्माण में मदद कर रही है।
आज भारत में कई डिजिटल और तकनीकी पहल हैं जो हमारे विश्वविद्यालयों को मजबूत कर रहे हैं। इस तरह के भविष्य के कदम ज्ञान, कौशल और अनुसंधान को बदलने में मदद करेंगे। आज भारत को दुनिया manufacturing hub के रूप में देख रही है। इसलिए आज भारत में निवेश को लेकर दुनिया में उत्साह है। ऐसे में skilled workforce आज बहुत काम आती है।
इस बजट में 'पीएम विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना' का भी ऐलान किया गया है। इससे हमारे पारंपरिक कारीगरों, हस्तशिल्पियों, कलाकारों के स्किल डेवलपमेंट पर जोर दिया जाएगा।
इंटर्नशिप संस्कृति को और अधिक विस्तारित किया जाना चाहिए, क्योंकि अप्रेंटिसशिप छात्रों को भविष्य के लिए तैयार बनने में मदद करेगी। हम इंटर्नशिप और अप्रेंटिसशिप के माध्यम से कक्षा के बाहर युवा जोखिम देने के लिए एक केंद्रित दृष्टिकोण के साथ काम कर रहे हैं। इंटर्नशिप संस्कृति को और अधिक विस्तारित किया जाना चाहिए क्योंकि अप्रेंटिसशिप छात्रों को भविष्य के लिए तैयार बनने में मदद करेगी।
नेशनल अपॉइंटमेंट प्रमोशन स्कीम(National appointment promotion scheme) के तहत हम उद्योगों को वित्तीय सहायता प्रदान करके एक ईकोसिस्टम बनाने के साथ -साथ स्टाइपेंड की पेशकश कर रहे हैं। इस वर्ष के बजट में, हमने 50 लाख युवाओं को वजीफा प्रदान करने का प्रावधान किया है।
आज के समय में कौशल कार्यबल बहुत महत्वपूर्ण है और हमने अपने युवाओं को स्किल करने के लिए अपने प्रयास जारी रखे हैं। प्रधानमंत्री कौशाल विकास योजना 4.0 विलंबन, आदिवासी, और महिला कार्यक्रमों के साथ महिलाओं सहित कौशल, रेसकिल और अपस्किल युवा होंगे।
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