राम मंदिर में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के लेटर का जवाब दिया है।
PM Modi replied President Draupadi Murmu: राम मंदिर में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के लेटर का जवाब दिया है। पीएम मोदी ने लिखा कि 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास' का मंत्र भगवान राम से प्रेरित है। उन्होंने कहा कि वह अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा के दौरान अलग भाव यात्रा में था। मैंने तीर्थयात्री के रूप में अयोध्या धाम की यात्रा की। मैं एक ऐतिहासिक यात्रा का साक्षी बना जिससे मैं काफी भाव विह्वल हूं।
अपने पत्र में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वह श्रीराम से प्रेरित होकर देश के लाखों लोगों को गरीबी से बाहर निकालने में सफल हुए हैं। भगवान राम से प्रेरित होकर 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास' का मंत्र अपनाया और उस मंत्र का परिणाम आज हर जगह दिख रहा है। पिछले दशक में देश 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर लाने में सफल रहा है।
राम से मिली है प्रेरणा
राष्ट्रपति को लिखे जवाब में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भगवान राम ने हमेशा उनको प्रेरणा दी है। राम मंदिर अनुष्ठान के लिए11 दिन के व्रत-अनुष्ठान और उससे जुड़े यम-नियमों की आपने अपने पत्र में चर्चा की थी। मैं उस समय आपके पत्र का जवाब इसलिए नहीं दिया क्योंकि मैं एक अलग ही भावयात्रा में था। आपके पत्र ने मुझे इन भावनाओं से निपटने और उनके साथ समझौता करने में मदद की।
प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के एक दिन पहले लिखा था राष्ट्रपति ने लेटर
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के एक दिन पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पीएम मोदी को लेटर लिखा था। इस भव्य आयोजन की बधाई व शुभकामनाएं देने के साथ उन्होंने देशव्यापी जश्न और श्रीराम के आदर्शों का जिक्र किया था।
22 जनवरी को एक भव्य समारोह में अयोध्या में बन रहे राम मंदिर में रामलला की प्रतिमा का प्राण प्रतिष्ठा किया गया। इस कार्यक्रम का नेतृत्व पीएम मोदी ने किया। दशकों के राम मंदिर निर्माण का सपना पूरा होने का साक्षी बनने के लिए देश के बिजनेस, बालीवुड, आध्यात्मिक व साहित्य आदि क्षेत्रों के हजारों दिग्गज मौजूद रहे।
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