हाल ही में वाराणसी में आयोजित काशी तमिल संगमम के प्रतिभागियों ने तमिलनाडू से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ढेरों लेटर लिखे हैं। इसमें उन्होंने अपने अनुभव शेयर किए हैं। अब पीएम मोदी ने उन्हें जवाब भेजा है।
Kashi Tamil Sangamam. हाल ही में वाराणसी में आयोजित काशी तमिल संगमम के प्रतिभागियों ने तमिलनाडू से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ढेरों लेटर लिखे हैं। इसमें उन्होंने अपने अनुभव शेयर किए हैं। अब पीएम मोदी ने उन्हें जवाब भेजा है। काशी तमिल संगमम में शामिल प्रतिभागियों को पीएम मोदी ने एक भारत-श्रेष्ठ भारत का प्रहरी बताया है। पीएम मोदी ने लेटर्स के जवाब में अपनी प्रसन्नता व्यक्त की है और कहा कि इससे उन्हें काशी की समृद्ध संस्कृत और लोगों के बारे में और अधिक जानने को मिला है। तमिलनाडु के लोगों ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर इस पहल के लिए धन्यवाद दिया है और प्रशंसा की है।
पीएम मोदी ने दिया पत्रों का जवाब
पीएम मोदी ने अपने जवाब में कहा कि तमिलनाडू की सुंदर भाषा तमिल और तमिलनाडू की संस्कृति का काशी में मिलन हुआ यह, आश्चर्यजनक था। इससे दोनों के बीच सदियों पुराने रिश्ते को नया आयाम मिला है। काशी का तमिलनाडू के लोगों से बहुत पुराना नाता है। अगले 25 साल में जब हम भारत को आत्मनिर्भर बनाने जा रहे हैं और अमृतकाल का जश्न मनाया जा रहा तो यह सांस्कृतिक आदान प्रदान शानदार है। पीएम ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम आयोजित होने चाहिए जिससे भारत की मजबूती और प्रगाढ़ हो सके।
संगमम से मिलेगी प्रेरणा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि काशी तमिल संगमम से भारत की सांस्कृतिक विरासत को मजबूती मिलेगी और यह आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगा। यह भारत की एकता को और मजबूत बनाने में सहायक होगा। जानकारी के लिए बता दें कि कुछ समय पहले ही पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र में काशी तमिल संगमम का आयोजन किया गया था। जिसमें तमिलनाडु के लोगों ने हिस्सा लिया। इस दौरान कई कार्यक्रम आयोजित किए गए जिसमें भारत की विविधता, राज्यों की संस्कृति और विरासत को साझा किया गया था।
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