High Level Meeting: ऑक्सीजन सप्लाई में ना हो देरी...पीएम मोदी ने अधिकारियों को दिए 3 सुझाव

देश में ऑक्सीजन के लिए हाहाकार मचा हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को हाईलेवल मीटिंग कर ऑक्सीजन सप्लाई की स्थितियां जानी। अधिक से अधिक उत्पादन हो सके और समय से उसकी सप्लाई हो सके इसके लिए प्लानिंग की जानकारियां ली। पीएम मोदी ने कहा कि देश में ऑक्सीजन उत्पादन को बढ़ाने के साथ बिना समय गंवाए सप्लाई चेन मजबूत करना होगा। अधिकारियों ने पीएम को बताया कि किस तरह पिछले कुछ सप्ताह में ऑक्सीजन की सप्लाई में तेजी आई है। 

Asianet News Hindi | Published : Apr 22, 2021 11:06 AM IST / Updated: Apr 22 2021, 04:51 PM IST

नई दिल्ली। देश में ऑक्सीजन के लिए हाहाकार मचा हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को हाईलेवल मीटिंग कर ऑक्सीजन सप्लाई की स्थितियां जानी। अधिक से अधिक उत्पादन हो सके और समय से उसकी सप्लाई हो सके इसके लिए प्लानिंग की जानकारियां ली। पीएम मोदी ने कहा कि देश में ऑक्सीजन उत्पादन को बढ़ाने के साथ बिना समय गंवाए सप्लाई चेन मजबूत करना होगा। अधिकारियों ने पीएम को बताया कि किस तरह पिछले कुछ सप्ताह में ऑक्सीजन की सप्लाई में तेजी आई है। 

पीएम मोदी के तीन सलाह

पीएम मोदी ने बैठक में तीन स्तरों पर काम करने की आवश्यकता बताई। 

राज्यों से स्थापित हो रहा समन्वय
पीएम मोदी को अधिकारियों ने बताया कि आॅक्सीजन की सप्लाई के लिए राज्यों से समन्वय स्थापित किया गया है। अधिकारी लगातार उनके संपर्क में हैं। ताकि राज्यों को कितना डिमांड है उस हिसाब से सप्लाई सुनिश्चित की जा सकें 

इस तरह बढ़ी सप्लाई

प्रधानमंत्री को बताया गया कि पिछले कुछ दिनों में ऑक्सीजन की सप्लाई में बढ़ोतरी की गई है। आज की तारीख में 20 राज्यों में 6785 मिट्रिक टन प्रतिदिन की ऑक्सीजन सप्लाई की डिमांड है। भारत सरकार 21 अप्रैल से 6822 मिट्रिक टन की सप्लाई इन राज्यों को कर रही है। 

3300 मिट्रिक टन प्रति दिन उपलब्धता बढ़ी

पीएम मोदी को बताया गया कि लिक्विड ऑक्सीजन की उपलब्धता पिछले कुछ दिनों में 3300 एमटी प्रतिदिन बढ़ गई है। तमाम गैर जरूरी उद्योगों में ऑक्सीजन की सप्लाई को बंद कर यह किया जा सका है। 

रेलवे और हवाई सेवा से ऑक्सीजन सप्लाई की जा रही

पीएम को बताया गया कि रेलवे ऑक्सीजन टैंकर्स की सप्लाई में मदद कर रहा है। 105 एमटी आॅक्सीजन की पहली खेप मुंबई से दक्षिण के एक शहर में भेजा गया। इसी तरह हवाईजहाज से खाली टैंक को वापस मंगाया जा रहा है। 

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