पीएम मोदी ने रूस के राष्ट्रपति पुतिन से की बात, कोरोना संकट में भारत की मदद के लिए कहा धन्यवाद

कोरोना संकट के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बात की। पीएम मोदी ने खुद ट्वीट कर यह जानकारी दी। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच कोरोना संकट को लेकर बातचीत हुई। पीएम मोदी ने कहा, इस महामारी से लड़ने में रूस हमारा समर्थन कर रहा है। इसके लिए पुतिन को धन्यवाद। 

Asianet News Hindi | Published : Apr 28, 2021 2:31 PM IST

नई दिल्ली. कोरोना संकट के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बात की। पीएम मोदी ने खुद ट्वीट कर यह जानकारी दी। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच कोरोना संकट को लेकर बातचीत हुई। पीएम मोदी ने कहा, इस महामारी से लड़ने में रूस हमारा समर्थन कर रहा है। इसके लिए पुतिन को धन्यवाद। 

पीएम मोदी ने ट्वीट किया, आज मैंने अपने दोस्त व्लादिमीर पुतिन से बात की। हमारे बीच कोरोना संकट पर चर्चा हुई। कोरोना के खिलाफ लड़ाई में रूस हमारी मदद कर रहा है। इसके लिए मैंने राष्ट्रपति पुतिन को धन्यवाद कहा। मोदी ने कहा, कोरोना से लड़ने में रूस की वैक्सीन स्पुतनिक वी मानवता की मदद करेगी। 

 


रक्षा और विदेश मंत्रियों के बीच होगी बैठक
पीएम मोदी ने बताया कि दोनों नेताओं के बीच कुछ अलग मुद्दों पर भी चर्चा हुई। इसमें नवीकरणीय ऊर्जा और अंतरिक्ष अन्वेषण शामिल है। पीएम मोदी ने कहा, सामरिक भागीदारी को मजबूत करने के लिए आने वाले दिनों में दोनों देशों के बीच 2+2 मंत्री स्तर की बैठक होगी। इसमें दोनों देशों के रक्षा मंत्री और विदेश मंत्री शामिल होंगे। 
 
मई के आखिर तक भारत आ सकती है स्पुतनिक
भारत में कोरोना वैक्सीन की अभी दो वैक्सीन इस्तेमाल की जा रही हैं। कुछ समय पहले ही स्पुतनिक वी को इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दी गई है। माना जा रहा है कि वैक्सीन मई के आखिरी तक भारत आ सकती है। ऐसे में स्पुतनिक वी को मंजूरी मिलने से देश में वैक्सीनेशन प्रोग्राम को और तेजी मिल सकती है। इसके अलावा यह वैक्सीन भारत बायोटेक की Covaxin और सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया की Covishield से ज्यादा असरदार है। ऐसे में इस वैक्सीन से नतीजे और बेहतर मिल सकते हैं। इसके अलावा Sputnik V वैक्सीन की खास बात ये है कि इसे 2 से 8 डिग्री सेल्सियस तापमान के बीच स्‍टोर किया जा सकता है। इसी तरह कोविशील्ड और कोवैक्सिन को स्टोर करना भी आसान और सुविधाजनक है। Sputnik की भी दो डोज देनी पड़ेंगी।

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