
नई दिल्ली. राज्यसभा में पीएम मोदी ने विपक्ष के हमलों का चुन-चुन कर जवाब दिया। उन्होंने सदन में हंगामा करने को लेकर विपक्ष से कहा कि मोदी है मौका लीजिए। पीएम ने जैसे ही यह बात कही, लोग तालियां बजाने लगें। ठहाके भी लगे। ऐसे में बताते हैं कि आखिर पीएम मोदी ने ऐसा क्यों कहा?
क्यों कहा, मोदी है मौका लीजिए
राज्यसभा में भाषण के अंत में पीएम मोदी ने कहा, अबकी बार सदन में चर्चा का स्तर अच्छा था। वातावरण भी अच्छा था। मुझपर भी हमले किए गए। लेकिन मुझे अच्छा लगा। मैं आपके काम तो आया। कोरोना की वजह से आप का कहीं आना - जाना नहीं हुआ होगा। घर पर ही फंसे रहते होंगे। लेकिन आपने इतना गुस्सा यहां मेरे ऊपर निकाल दिया। आपका मन हल्का हुआ होगा। ये आनंद आप लगातार लेते रहिए। मैं मेरा सौभाग्य मानूंगा कि मैं आपके लिए इतना काम आया। मोदी है मौका लीजिए।
विपक्ष पर साधा निशाना
"जो लोग उछल-उछल कर राजनीतिक बयानबाजी करते हैं, उनके राज्य में जब उनको मौका उन्होंने इसमें से आधा-अधूरा कुछ न कुछ किया है। भारत अस्थिर, अशांत रहे इसके लिए कुछ लोग लगातार कोशिश कर रहे हैं हमें इन लोगों को जानना होगा। हम ये न भूलें कि जब बंटवारा हुआ तो सबसे ज़्यादा पंजाब को भुगतना पड़ा, जब 1984 के दंगे हुए सबसे ज़्यादा आंसू पंजाब के बहे।"
दूध उत्पादन पर क्या कहा?
"दूध उत्पादन किन्हीं बंधनों में बंधा हुआ नहीं है। दूध के क्षेत्र में या तो प्राइवेट या को-ऑपरेटिव दोनों मिलकर कार्य कर रहे हैं। पशुपालकों जैसी आजादी, अनाज और दाल पैदा करने वाले छोटे और सीमांत किसानों को क्यों नहीं मिलनी चाहिए।"