जर्मनी में 26-27 जून को दुनिया के सबसे धनी देशों के समूह G-7 का सम्मेलन होने वाला है। इस सम्मेलन में पीएम नरेंद्र मोदी को भी आमंत्रित किया गया है। शनिवार देर रात पीएम मोदी जर्मनी के लिए रवाना होंगे।
नई दिल्ली। G-7 सम्मेलन में भाग लेने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी जर्मनी के लिए शनिवार को रवाना होंगे। जर्मनी में वैश्विक नेताओं के साथ पीएम मोदी तो मुलाकात करेंगे ही जर्मनी में रहे भारतीयों को भी संबोधित करेंगे। पीएम मोदी के स्वागत के लिए जोरदार तैयारियां हो रही हैं। म्यूनिख में पीएम मोदी भारतीय समुदाय के लोगों से मिलेंगे। अपनी मातृभूमि के प्रधानमंत्री के स्वागत के लिए वहां रहने वाले भारतीयों में जबर्दस्त उत्साह है।
कब है सम्मेलन?
जर्मनी में 26-27 जून को दुनिया के सबसे धनी देशों के समूह G-7 का सम्मेलन होने वाला है। इस सम्मेलन में पीएम नरेंद्र मोदी को भी आमंत्रित किया गया है। शनिवार देर रात पीएम मोदी जर्मनी के लिए रवाना होंगे।
12 से अधिक वैश्विक नेताओं से करेंगे मुलाकात
पीएम मोदी अपनी जर्मनी और यूएई (United Arab Emirates) की यात्रा के दौरान 12 से अधिक विश्व नेताओं के साथ मीटिंग करेंगे। वह जर्मनी के म्यूनिख में भारतीय कम्युनिटी को संबोधित भी करेंगे।
म्यूनिख में तैयारियां जोरों पर...
पीएम मोदी जर्मनी के म्यूनिख में भारतीय मूल के लोगों को भारतीय विकास गाथा के बारे में बताएंगे। बताया जा रहा है कि कोरोना महामारी के बाद देश के बाहर नरेंद्र मोदी का यह सबसे बड़ा प्रोग्राम हो सकता है। जी-7 समिट में भाग लेने के बाद पीएम मोदी जर्मनी से 28 जून को यूएई जाएंगे। यहां वह पूर्व राष्ट्रपति शेख खलीफा बिन जायद अल नाहयान के निधन पर अपनी संवेदनाएं प्रकट करेंगे।
15 मीटिंग्स में शामिल होंगे पीएम
जी-7 समिट के अलावा पीएम मोदी कई मीटिंग्स में भी भाग लेंगे। वह कई देशों के राष्ट्राध्यक्षों के साथ द्विपक्षीय मीटिंग भी करेंगे। पीएम, जर्मनी और यूएई में करीब 60 घंटे रहेंगे। इस दौरान वह 15 मीटिंग्स में शामिल होंगे। विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा ने कहा कि पीएम जी-7 देशों के नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे, ये मीटिंग्स G-7 सम्मेलन के अलावा होंगी। जी-7 सम्मेलन का पहला सत्र जलवायु, ऊर्जा और स्वास्थ्य से संबंधित है। वहीं, दूसरा सत्र खाद्य सुरक्षा और लैंगिक समानता पर है।
G-7 में शामिल हैं ये देश
G-7 दुनिया के सबसे अमीर देशों का समूह है। इस समूह में अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, कनाडा, इटली और जापान शामिल हैं। जर्मनी ने भारत के अलावा अर्जेंटीना, इंडोनेशिया, सेनेगल और दक्षिण अफ्रीका को जी 7 के शिखर सम्मेलन में अतिथि के रूप में आमंत्रित किया है।