पीएम मोदी अरुणाचल प्रदेश को देंगे एयरपोर्ट की सौगात, यूपी में 'काशी तमिल संगम' का करेंगे उद्घाटन

शनिवार की सुबह अरुणाचल प्रदेश के ईटानगर पीएम मोदी पहुंचेंगे। यहां वह 'डोनी पोलो हवाई अड्डे, ईटानगर' का उद्घाटन करेंगे। इस पहले ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे से पूर्वोत्तर की कनेक्टिविटी बढ़ेगी।

Dheerendra Gopal | Published : Nov 17, 2022 11:41 AM IST / Updated: Nov 17 2022, 05:29 PM IST

PM Modi Arunachal and UP Visit: पीएम नरेंद्र मोदी शनिवार को अरुणाचल प्रदेश व यूपी के दौरे पर रहेंगे। ईटानगर के डोनी पोलो एयरपोर्ट का उद्घाटन करने के साथ वह कई परियोजनाओं की सौगात देंगे। यूपी के वाराणसी में प्रधानमंत्री 'काशी तमिल संगम' का उद्घाटन करेंगे। दोनों प्रदेशों की कई प्रोजेक्ट्स का पीएम मोदी शिलान्यास व उद्घाटन भी करेंगे।

अरुणाचल में पीएम मोदी का क्या है कार्यक्रम...

शनिवार की सुबह अरुणाचल प्रदेश के ईटानगर पीएम मोदी पहुंचेंगे। यहां वह 'डोनी पोलो हवाई अड्डे, ईटानगर' का उद्घाटन करेंगे। इस पहले ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे से पूर्वोत्तर की कनेक्टिविटी बढ़ेगी। हवाई अड्डे का नाम अरुणाचल प्रदेश की परंपराओं और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और सूर्य ('डोनी') और चंद्रमा ('पोलो') के प्रति इसकी सदियों पुरानी स्वदेशी श्रद्धा को दर्शाता है। इस हवाई अड्डे को 690 एकड़ से अधिक क्षेत्र में विकसित किया गया है। इसके निर्माण में 640 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। 2300 मीटर रनवे के साथ यह एयरपोर्ट सभी मौसम में ऑपरेट हो सकेगा। 

एयरपोर्ट के उद्घाटन के साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 600 मेगावाट कामेंग हाइड्रो पावर स्टेशन का लोकार्पण करेंगे। इस परियोजना को 8450 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनाया गया है। प्रदेश के पश्चिम कामेंग जिले में 80 किलोमीटर से अधिक के क्षेत्र में फैले इस परियोजना से अरुणाचल को बिजली संकट से निजात मिलेगा साथ ही राष्ट्रीय ग्रिड को भी लाभ मिलेगा।

पीएम वाराणसी में इन कार्यक्रमों में करेंगे शिरकत

ईटानगर के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यूपी के वाराणसी पहुंचेंगे। यहां वह एक महीना तक चलने वाले 'काशी तमिल संगमम' कार्यक्रम का उद्घाटन करेंगे। कार्यक्रम का उद्देश्य तमिलनाडु और काशी के बीच सदियों पुराने संबंधों का जश्न मनाना है। देश के दोनों प्रसिद्ध शिक्षा केंद्र रह चुके हैं। इस आयोजन में तमिलनाडु से 2500 से अधिक प्रतिनिधि काशी आएंगे। वे समान व्यापार, पेशे और रुचि के स्थानीय लोगों के साथ बातचीत करने के लिए संगोष्ठियों, साइट के दौरे आदि में भाग लेंगे। दोनों क्षेत्रों के हथकरघा, हस्तशिल्प, ओडीओपी उत्पादों, पुस्तकों, वृत्तचित्रों, व्यंजनों, कला रूपों, इतिहास, पर्यटन स्थलों आदि की एक महीने की प्रदर्शनी भी काशी में लगाई जाएगी। यह एनईपी 2020 के तहत आईआईटी मद्रास और बीएचयू ने संयुक्त रूप से आयोजित किया है।

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