पीएम मोदी ने रविवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए उत्तर प्रदेश के विंध्याचल क्षेत्र के मिर्जापुर और सोनभद्र जिलों में ग्रामीण पेयजल सप्लाई परियोजनाओं की आधारशिला रखी। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे।
लखनऊ. पीएम मोदी ने रविवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए उत्तर प्रदेश के विंध्याचल क्षेत्र के मिर्जापुर और सोनभद्र जिलों में ग्रामीण पेयजल सप्लाई परियोजनाओं की आधारशिला रखी। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे।
इस दौरान पीएम मोदी ने कहा, जीवन की बड़ी समस्या जब हल होने लगती है तो अलग ही विश्वास झलकने लगता है। ये विश्वास, उत्साह आपमें मैं देख पा रहा था। पानी के प्रति आपमें संवेदनशीलता कितनी है, ये भी दिख रहा है। सरकार आपकी समस्याओं को समझकर उनका समाधान कर रही है।
पीएम मोदी के संबोधन की खास बातें
2995 गांव को नल के पानी का कनेक्शन दिया जाएगा
इस परियोजना से 2,995 गांव के सभी परिवारों में नल के पानी का कनेक्शन दिया जाएगा। इससे इन जिलों की 42 लाख की आबादी को फायदा मिलेगा। इन सभी गांवों में ग्राम जल तथा स्वच्छता समितियां और पानी समिति बनाई गईं हैं जिनके कंधों पर संचालन और रखरखाव की जिम्मेदारी है। परियोजना की कुल अनुमानित लागत 5,555.38 करोड़ रुपए है। परियोजनाओं को चौबीस महीनों में पूरा करना है।
क्या है जल जीवन मिशन?
प्रधानमंत्री ने 15 अगस्त, 2019 को लालकिले के प्राचीर से जल जीवन मिशन की घोषणा की थी। इसका उद्देश्य 2024 तक देश के सभी ग्रामीण घरों में नल से पानी का कनेक्शन प्रदान करना है।
अगस्त, 2019 में मिशन की घोषणा के समय 18.93 करोड़ ग्रामीण परिवारों में से केवल 3.23 करोड़ परिवारों में (17 प्रतिशत) नल के पानी का कनेक्शन था। अगले चार वर्षों में नल के पानी का कनेक्शन देने के लिए 15.70 करोड़ दिए जाएंगे। पिछले 15 महीनों में कोविड-19 महामारी के बावजूद 2.63 करोड़ परिवारों में नल से पानी कनेक्शन दिया गया है और अभी 5.86 करोड़ (30.67 प्रतिशत) परिवारों में नल से पानी का कनेक्शन दिया गया है।