प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअल ग्लोबल इनवेस्टर राउंडटेबल (VGIR) की गुरूवार को अध्यक्षता की। कार्यक्रम के संबोधन में उन्होंने कहा कि इस वर्ष भारत ने बहादुरी से वैश्विक महामारी का मुकाबला किया। इस दौरान दुनिया ने भारत के राष्ट्रीय चरित्र को देखा। इसके अलावा उन्होंने कहा कि आज निवेशक उन कंपनियों की ओर बढ़ रहे हैं जिनके पास उच्च पर्यावरणीय, सामाजिक और शासन स्कोर हैं। कार्यक्रम के संबोधन में पीएम मोदी ने कृषि संबंधी चर्चा भी की।
नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअल ग्लोबल इनवेस्टर राउंडटेबल (VGIR) की गुरूवार को अध्यक्षता की। कार्यक्रम के संबोधन में उन्होंने कहा कि इस वर्ष भारत ने बहादुरी से वैश्विक महामारी का मुकाबला किया। इस दौरान दुनिया ने भारत के राष्ट्रीय चरित्र को देखा। दुनिया ने भारत की असली ताकत भी देखी। इसके अलावा उन्होंने कहा कि आज निवेशक उन कंपनियों की ओर बढ़ रहे हैं जिनके पास उच्च पर्यावरणीय, सामाजिक और शासन स्कोर हैं। भारत में पहले से ही ऐसे सिस्टम और कंपनियां हैं जिनकी इसमें उच्च रैंक है। पीएम मोदी ने कृषि पर बात करते हुए कहा कि कृषि में हमारे हालिया सुधारों ने भारत के किसानों के साथ साझेदारी करने की नई रोमांचक संभावनाओं को खोला है।
प्रधानमंत्री कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक, VGIR का आयोजन केंद्रीय वित्त मंत्रालय और राष्ट्रीय निवेश और अवसंरचना कोष द्वारा मिलकर किया जा रहा है। बता दें कि दो दिवसीय इस कार्यक्रम के दौरान वैश्विक संस्थागत निवेशकों, भारतीय व्यापार नेताओं और भारत सरकार के टॉप डिसीजन मैकर्स के बीच विशेष बातचीत होगी। इस चर्चा में वित्तीय बाजार नियामकों को भी भारत सरकार की और से शामिल किया गया है।
आत्मनिर्भर भारत एक सुनियोजित रणनीति
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत को 'आत्मनिर्भर' बनाने की पहल केवल एक विजन नहीं बल्कि एक सुनियोजित आर्थिक रणनीति है। इसका उद्देश्य भारत को उत्पादन का वैश्विक केंद्र बनाने के लिए हमारे श्रमिकों व उनके कौशल का उपयोग करना है।
कृषि निर्यात का पावरहाउस बनेगा भारत
मोदी ने कहा कि कृषि के क्षेत्र में हमारे हालिया सुधारों ने भारत के किसानों के साथ साझेदारी करने की नई रोमांचक संभावनाओं को खोला है। तकनीकी और आधुनिक समाधानों की मदद से भारत जल्द ही एक कृषि निर्यात केंद्र के रूप में उभरेगा।
6 नवंबर तक चलेगा कार्यक्रम
मोदी ने इस कार्यक्रम को लेकर ट्वीट किया था। उन्होंने लिखा, 5 नवंबर को शाम छह बजे वर्चुअल ग्लोबल इंवेस्टर राउंडटेबल से जुड़ना है। इस दौरान भारत में उठाए गए सुधार के कदमों और यहां निवेशकों लिए उपलब्ध अवसरों पर बात होगी।
इस कार्यक्रम में केंद्रीय वित्त मंत्री, केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री, आरबीआई गवर्नर और कईं वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हुए। राउंडटेबल की यह बैठक दुनिया की बीस सबसे बड़ी पेंशन और संप्रभु धन निधियों में से कुल $ 6 ट्रिलियन के प्रबंधन के तहत कुल परिसंपत्तियों के साथ भागीदारी का गवाह बनी।
आपको बता दें कि ये वैश्विक संस्थागत निवेशक अमेरिका, यूरोप, कनाडा, कोरिया, जापान, मध्य पूर्व, ऑस्ट्रेलिया और सिंगापुर समेत प्रमुख क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करते हैं। इस इवेंट में कईं कंपनियों के सीईओ और सीआईओ भी शामिल हुए। इनमें से कुछ निवेशक पहली बार भारत सरकार के साथ शामिल हुए। वैश्विक निवेशकों के अलावा, राउंडटेबल में कई शीर्ष भारतीय बिजनेस लीडर्स की भागीदारी भी देखी गई।
5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था पर हुई चर्चा
वीजीआईआर 2020 के इस कार्यक्रम में भारत के आर्थिक और निवेश दृष्टिकोण, संरचनात्मक सुधारों पर केंद्रीत चर्चा की जा रही है। इस चर्चा के माध्यम से भारत का मकसद देश की अर्थव्यवस्था को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था को बनाने का है। यह आयोजन भारत में अंतर्राष्ट्रीय निवेश के विकास को और तेज करने के लिए वैश्विक निवेशकों और भारतीय व्यापार को साथ जोड़ने और विचार करने का अवसर प्रदान करेगा।