45 मिनट के दोपहर के भोजन के दौरान पार्टी लाइनों से परे सांसदों ने प्रधानमंत्री की जीवनशैली के बारे में पूछा, वह कब उठते हैं, और वह इतने व्यस्त कार्यक्रम का प्रबंधन कैसे करते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज यानी शुक्रवार (9 फरवरी) को संसद के कैंटीन में अन्य सांसदों के साथ लंच किया। इस दौरान वो काफी मजाकिया अंदाज में लोगों के साथ पेश आए। उन्होंने संसद कैंटीन में दोपहर के भोजन के लिए बाकी के सांसदों को साथ चलने के लिए कहा। रिपोर्ट के मुताबिक कथित तौर पर प्रधानमंत्री ने मज़ाक उड़ाते हुए सांसदों से कहा, "मैं आज तुम्हें सज़ा देने जा रहा हूं, मेरे साथ आओ।"
प्रधानमंत्री के व्यवहार को देखकर साथी सांसदों को आश्चर्यचकित कर दिया। NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक सांसदों ने कहा कि पीएम मोदी ने उनके साथ साथ खाना खाया। आपको बता दें कि संसद के कैंटीन में दोपहर के शाकाहारी भोजन में चावल, दाल, खिचड़ी, तिल का लड्डू परोसे गए थे। उस वक्त मोदी के साथ टीडीपी से राम मोहन नायडू, बीएसपी से रितेश पांडे, बीजेपी के लद्दाख सांसद जामयांग नामग्याल, केंद्रीय मंत्री एल मुरुगुन, बीजेडी के सस्मित पात्रा और बीजेपी की महाराष्ट्र सांसद हीना गावित उपस्थित थे।
पाकिस्तान के दौरे को लेकर की बात
45 मिनट के दोपहर के भोजन के दौरान पार्टी लाइनों से परे सांसदों ने प्रधानमंत्री की जीवनशैली के बारे में पूछा, वह कब उठते हैं, और वह इतने व्यस्त कार्यक्रम का प्रबंधन कैसे करते हैं। एक सांसद ने एनडीटीवी को बताया, "सांसदों की कैंटीन में दोपहर के भोजन के लिए पीएम के साथ यह पूरी तरह से अनौपचारिक, सौहार्दपूर्ण मुलाकात थी। यह एक अच्छा संकेत था।" दूसरे ने कहा, ''ऐसा नहीं लग रहा था कि हम प्रधानमंत्री के साथ बैठे हैं.''कई विषयों को कवर करते हुए प्रधानमंत्री ने नवाज शरीफ से मिलने के लिए अपनी आश्चर्यजनक यात्रा के बारे में बात की, जो विवादास्पद चुनावों के बाद अगली पाकिस्तान सरकार बनाने की उम्मीद कर रहे हैं. इसके अलावा उनसे सांसदों ने उनके विदेशी दौरे और स्टैच्यू ऑफ यूनिटी जैसे अन्य मुद्दों पर बात की ।
अबू धाबी मंदिर के बारे में चर्चा
प्रधानमंत्री ने अबू धाबी मंदिर के बारे में भी बात की, जिसकी उन्होंने 2018 में आधारशिला रखी थी और वह अगले सप्ताह वहां जाने वाले हैं। पीएम ने भारत की सॉफ्ट पावर को रेखांकित करते हुए कहा, यह अबू धाबी में पहले हिंदू मंदिर परियोजना है।