प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को 6G के लिए भारत का विजन डॉक्यूमेंट पेश किया। उन्होंने कहा कि भारत पहले टेलीकॉम टेक्नोलॉजी का सिर्फ यूजर था आज देश इस क्षेत्र में बड़ा निर्यातक बनने की दिशा में बढ़ रहा है।
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को इंटरनेशनल टेलीकम्युनिकेशन यूनियन एरिया ऑफिस एंड इनोवेशन सेंटर इन इंडिया का उद्घाटन किया। दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रम में पीएम ने भारत 6G विजन डॉक्यूमेंट सार्वजनिक किया और 6G R&D टेस्ट बेड लॉन्च किया। उन्होंने 'कॉल बिफोर यू डिग' एप भी लॉन्च किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नरेंद्र मोदी ने कहा, "ग्लोबल साउथ की यूनिक जरूरतों को देखते हुए टेक्नोलॉजी, डिजाइन और स्टैंडर्ड की भूमिका बहुत अहम है। ग्लोबल साउथ अब ट्रेक्नोलॉजी डिवाइड को तेजी से कम करने में जुटा है। जब हम टेक्नोलॉजी डिवाइड को ब्रिज करने की बात करते हैं तो भारत से अपेक्षा करना बहुत स्वाभाविक है। भारत का सामर्थ्य, इनोवेशन कल्चर, इंफ्रास्ट्रक्चर, स्किल्ड और इनोवेटिव मैनपावर, फेवरेबल पॉलिसी एनवायरनमेंट इस अपेक्षा का आधार हैं। भारत के पास ट्रस्ट और स्केल की दो प्रमुख शक्तियां हैं। बिना ट्रस्ट और स्केल के हम टेक्नोलॉजी को कोने-कोने तक नहीं पहुंचा सकते। इस दिशा में भारत के प्रयासों की चर्चा पूरी दुनिया कर रही है।"
मिशन ऑफ इमपावर है टेलीकॉम टेक्नोलॉजी
पीएम ने कहा, "भारत के लिए टेलीकॉम टेक्नोलॉजी मोड ऑफ पावर नहीं, बल्कि मिशन ऑफ इमपावर है। आज डिजिटल टेक्नोलॉजी भारत में यूनिवर्सल है, सबकी पहुंच में है। अब गांवों में इंटरनेट यूजर्स की संख्या शहरों में रहने वाले इंटरनेट यूजर्स से अधिक हो गई है। ये इस बात का प्रमाण है कि डिजिटल पावर कैसे देश के कोने-कोने में पहुंच रही है।
6G विजन डॉक्यूमेंट पेश किया
नरेंद्र मोदी ने कार्यक्रम के दौरान सरकार का 6G विजन डॉक्यूमेंट पेश किया। उन्होंने कहा, “5G रोलआउट के 6 महीने बाद ही आज हम 6G की बात कर रहे हैं। इससे भारत का कॉन्फिडेंस दिखता है। आज हमने अपना विजन डॉक्यूमेंट सामने रखा है। ये अगले कुछ वर्षों में 6G रोलआउट करने में बड़ा आधार होगा।”
टेलीकॉम टेक्नोलॉजी का बड़ा निर्यातक बनने जा रहा भारत
पीएम ने कहा कि पहले भारत टेलीकॉम टेक्नोलॉजी का सिर्फ यूजर था। अब भारत दुनिया में टेलीकॉम टेक्नोलॉजी का बड़ा निर्यातक होने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। 5G की शक्ति की मदद से पूरी दुनिया का वर्क कल्चर बदलने के लिए भारत कई देशों के साथ मिलकर काम कर रहा है। यह दशक भारत का tech-ade है। भारत का टेलीकॉम और डिजिटल मॉडल स्मूथ, सुरक्षित, पारदर्शी, भरोसेमंद और परखा हुआ है।