प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने रविवार को जम्मू कश्मीर के सांबा जिले के पल्ली में सभा की। गांव के लोगों ने अधिकारियों और मेहमानों के लिए खाने-पीने का इंतजाम किया था। हर घर से कम से कम 20 रोटी दी गई।
जम्मू। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने रविवार को जम्मू कश्मीर के सांबा जिले के पल्ली पंचायत में राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस (National Panchayati Raj Day) के अवसर पर कार्यक्रम को संबोधित किया। इस कार्यक्रम में पूरे जम्मू-कश्मीर से पंचायत प्रतिनिधियों को बुलाया गया था।
पल्ली जिले में इतने बड़े कार्यक्रम का आयोजन बड़ी चुनौती थी। कार्यक्रम की तैयारी को लेकर बड़ी संख्या में सरकारी अधिकारी आए। कार्यक्रम में शामिल होने के लिए सैकड़ों की संख्या में लोग आए। इनके लिए भोजन उपलब्ध कराना बड़ी चुनौती थी, क्योंकि पास में कोई होटल या ढाबा नहीं था। गांव के लोगों ने आपसी सहयोग से कार्यक्रम को सफल बनाया और गांव आए मेहमानों के खाने-पीने का इंतजाम किया।
पंचायत प्रतिनिधियों से पीएम ने की बात
रविवार को प्रधानमंत्री ने पल्ली पंचायत में पंचायत प्रतिनिधियों से बात की। इस दौरान पल्ली के पंचायत प्रतिनिधी ने तैयारियों को लेकर पीएम को जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हमारे गांव में कोई ढाबा नहीं था। मेहमान आए, सरकारी अधिकारी आए। खाने की व्यवस्था नहीं होती तो वे क्या सोचते कि किस गांव में आए हैं। इसके चलते गांव के लोगों ने उनके खाने-पीने की व्यवस्था की। खाने-पीने की पूरी व्यवस्था महिलाओं ने संभाल रखी थी।
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हर घर से दी गई 20 रोटी
पल्ली पंचायत के जनप्रतिनिधी ने नरेंद्र मोदी से कहा कि जबसे आपके आने की खबर गांव में फैली मानों उत्सव सा माहौल हो गया। पीएम ने पूछा कि हर घर से कितनी रोटी आई? इसपर जनप्रतिनिधी ने कहा कि हर घर से कम से कम 20 रोटी देने का लक्ष्य रखा गया था। हर वार्ड से रोटी बसूली गई। किसी-किसी ने अपनी इच्छा से 40-50 रोटी भी दी। इसपर पीएम ने कहा कि आप लोगों ने तो बढ़िया लंगर कर दिया। पंचायत प्रतिनिधी ने कहा कि 2 हजार रोटी आती थी और चावल भी घर में बनते थे।
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