पीएम नरेंद्र मोदी ने पूसा में फसलों की 109 नई किस्मों को लॉन्च किया। वह बारिश के दौरान छाता लेकर किसानों के पास पहुंचे और अन्नदाताओं को भीगने से बचाया।
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दिल में देश के किसानों के लिए कितना प्यार है यह रविवार को नई दिल्ली स्थित भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (पूसा ) में दिखा। उन्होंने अधिक उपज देने वाली फसलों की 109 किस्मों को लॉन्च किया। ये जलवायु अनुकूल हैं।
नरेंद्र मोदी किसानों से बातचीत के लिए पूसा पहुंचे तब भारी बारिश होने लगी। अधिकारियों ने उनसे आग्रह किया कि बातचीत रद्द हो सकती है, लेकिन पीएम को यह मंजूर नहीं था। वह नहीं चाहते थे कि किसानों से मिलने और बात करने के इस मौके को गंवा दें। उन्होंने जोर देकर कहा कि बारिश के बावजूद किसानों से बातचीत करेंगे।
पीएम ने खुद थामा छाता, किसानों को भीगने से बचाया
प्रधानमंत्री हाथ में छाता लेकर किसानों के पास पहुंचे। उन्होंने खुद ही अपना छाता थाम रखा था। वह 16 कमानी वाले बड़े आकार का छाता लिए हुए थे। उन्होंने पास मौजूद किसानों को छाता के अंदर आने का आग्रह किया ताकि भीगने से बच सकें।
पीएम ने किसानों से कहा- नई किस्मों को अपनाएं
पीएम ने किसानों से पूछा कि क्या वे नई किस्मों के बीज का इस्तेमाल करने के लिए तैयार हैं या दूसरों द्वारा इसके इस्तेमाल करने का इंतजार करेंगे। पीएम ने सुझाव दिया कि वे नई किस्म को अपनी जमीन के एक छोटे से हिस्से या चार कोनों में इस्तेमाल करें। अगर रिजल्ट अच्छा आता है तो इसका इस्तेमाल करें।
नरेंद्र मोदी ने किसानों से बातचीत के दौरान कृषि में वैल्यू एडिशन के महत्व को रेखांकित किया। किसानों ने कहा कि नई किस्में लाभकारी होंगी। इससे खेती की लागत कम होगी और पर्यावरण पर भी अच्छा प्रभाव पड़ेगा। प्रधानमंत्री ने फसलों की नई किस्मों के विकास के लिए वैज्ञानिकों की सराहना की।
प्रधानमंत्री ने मोटे अनाजों के महत्व पर चर्चा की। किसानों को बताया कि कैसे लोग पौष्टिक भोजन की ओर बढ़ रहे हैं। उन्होंने प्राकृतिक खेती के लाभों और जैविक खेती के प्रति आम लोगों के बढ़ते विश्वास के बारे में भी बात की। पीएम ने कहा कि लोगों ने जैविक खाद्य पदार्थों का सेवन और मांग करना शुरू कर दिया है।