अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद पीएम मोदी ने देश को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि अयोध्या पर जो फैसला आया उसका हर वर्ग ने खुले दिल से स्वीकार किया। 6 नंवबर को बर्लिन की दीवार गिरी थी, आज करतारपुर कॉरिडोर की शुरुआत भी हुई है।
नई दिल्ली. अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद पीएम मोदी ने देश को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि अयोध्या पर जो फैसला आया उसका हर वर्ग ने खुले दिल से स्वीकार किया। 6 नंवबर को बर्लिन की दीवार गिरी थी, आज करतारपुर कॉरिडोर की शुरुआत भी हुई है। अयोध्या पर फैसले के साथ ही 9 नवंबर की यह तारीख हमें साथ रहकर आगे बढ़ने की सीख भी दे रही है।
न्यायिक प्रणाली अभिनंदन के काबिल : मोदी
उन्होंने कहा, देश के न्यायाधीश, न्यायालय और हमारी न्यायिक प्रणाली अभिनंदन के काबिल हैं। आज के दिन का संदेश जोड़ने का है, जुड़ने का है और मिलकर जीने का है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले ने देश को संदेश दिया है कि कठिन से कठिन मसले का हल संविधान और कानून के दायरे में ही आता है। भारत का संविधान, न्यायिक प्रणाली या हमारी महान परंपरा पर हमारा विश्वास अडिग रहे, यह बहुत महत्वपूर्ण है।
नए भारत में भय, कटुता और नकारात्मकता का कोई स्थान नहीं
आज 9 नवंबर को करतारपुर साहब कॉरिडोर की शुरुआत हुई, जिसमें भारत और पाकिस्तान का सहयोग रहा है। इस विषय को कहीं भी कभी भी किसी के मन में कोई कटुता रही हो तो आज उसे तिलांजलि देने का दिन है। नए भारत में भय, कटुता और नकारात्मकता का कोई स्थान नहीं है।
दायित्व और बढ़ गया है : मोदी
उन्होंने कहा कि हमें अपने विश्वास और विकास इस बात से तय करना है कि मेरे साथ चलने वाला कहीं पीछे तो नहीं छूट रहा है। सबको साथ लेकर, सबका विश्वास लेकर आगे ही आगे बढ़ते जाना है। राम मंदिर के निर्माण का फैसला सुप्रीम कोर्ट ने दे दिया है। अब देश के हर नागिरक पर राष्ट्र निर्माण की जवाबदारी और बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि आज सवा सौ करोड़ देशवासी नया इतिहास रच रहे हैं, इतिहास के अंदर स्वर्णिम पृष्ठ जोड़ रहे हैं। हर भारतीय साथ मिलकर साथ चलकर इन लक्ष्यों को प्राप्त करेगा और मंजिल तक पहुंचेगा।
अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला
सुप्रीम कोर्ट की पांच जजों की बेंच ने रामजन्मभूमि और बाबरी मस्जिद मुद्दे पर फैसला सुनाया। कोर्ट ने विवादित जमीन पर राम मंदिर बनाने के लिए सरकार को आदेश दिया है। मुस्लिम पक्ष को अयोध्या में ही 5 एकड़ जमीन देने का फैसला किया गया है। निर्मोही अखाड़े की अपील खारिज कर दी गई है।