प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 9 जून को नई दिल्ली के प्रगति मैदान में बायोटेक स्टार्टअप प्रदर्शनी -2022(Biotech Startup Exhibition-2022) का उद्घाटन किया। यह एग्जिबिशन उद्यमियों, निवेशकों, बिजनेस लीडर्स, वैज्ञानिकों, शोधकर्ताओं, बायोइंक्यूबेटर्स, मैन्युफैक्चर्स, रेग्युलेटर्स और सरकारी अधिकारियों आदि को कनेक्ट करने के लिए एक प्लेटफॉर्म के रूप में कार्य करेगा।
नई दिल्ली. देश में बायोटेक्नोलॉजी की दिशा में एक और बड़ी पहल हुई है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 9 जून को नई दिल्ली के प्रगति मैदान में बायोटेक स्टार्टअप प्रदर्शनी -2022(Biotech Startup Exhibition-2022) का उद्घाटन किया। यह एग्जिबिशन उद्यमियों, निवेशकों, बिजनेस लीडर्स, वैज्ञानिकों, शोधकर्ताओं, बायोइंक्यूबेटर्स, मैन्युफैक्चर्स, रेग्युलेटर्स और सरकारी अधिकारियों आदि को कनेक्ट करने के लिए एक प्लेटफॉर्म के रूप में कार्य करेगा।
8 सालों में भारत की बायो इकोनॉमी 8 गुना बढ़ी
मोदी ने कहा-बायोटेक स्टार्टअप एक्सपो भारत के बायोटेक सेक्टर के ग्रोथ का प्रतिबिंब है। बीते 8 साल में भारत की बायो इकोनॉमी 8 गुना बढ़ गई है। 10 अरब डॉलर से 80 अरब डॉलर तक हम पहुंच चुके हैं। दुनिया में हमारे IT professionals की स्किल और इनोवेशन को लेकर Trust नई ऊंचाई पर है। यही Trust, यही Reputation, इस दशक में भारत के Biotech sector, भारत के bio प्रोफेशनल्स के लिए होते हम देख रहे हैं।
अवसरों के पांच बड़े कारण
भारत को biotech के क्षेत्र में अवसरों की भूमि माना जा रहा है, तो उसके पांच बड़े कारण हैं। पहला- Diverse Population, Diverse Climatic Zones, दूसरा- भारत का टैलेंटेड Human Capital Pool, तीसरा- भारत में Ease of Doing Business के लिए बढ़ रहे प्रयास। चौथा- भारत में लगातार बढ़ रही Bio-Products की डिमांड पांचवा- भारत के बायोटेक सेक्टर यानि आपकी सफलताओं का Track Record।
8 सालों में स्टार्टअप्स की संख्या 70 हजार पहुंची
बीते 8 वर्षों में हमारे देश में स्टार्ट-अप्स की संख्या, कुछ सौ से बढ़कर 70 हजार तक पहुंच गई है। ये 70 हजार स्टार्ट-अप्स लगभग 60 अलग-अलग इंडस्ट्रीज़ में बने हैं। इसमें भी 5 हज़ार से अधिक स्टार्ट अप्स, बायोटेक से जुड़े हैं। बीते वर्षों में हमने अटल इनोवेशन मिशन, मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत जो भी कदम उठाए हैं, उनका भी लाभ बायोटेक सेक्टर को मिला है। स्टार्टअप इंडिया की शुरुआत के बाद हमारे बायोटेक स्टार्टअप्स में निवेश करने वालों की संख्या में 9 गुना की वृद्धि हुई है।
2014 में हमारे देश में हमारे देश मे जहां सिर्फ 6 बायो इंक्यूबेटर्स थे, वहीं आज इनकी संख्या बढ़कर 75 हो गई है।
8 साल में 10 बायोटेक प्रोडक्ट
8 साल पहले देश में 10 बायोटेक प्रोडक्ट थे, आज इनकी संख्या 700 से अधिक हो गई है। हाल में ही हमने पेट्रोल में इथेनॉल की 10 प्रतिशत ब्लेंडिंग का टारगेट हासिल किया है। भारत ने पेट्रोल में 20 प्रतिशत इथेनॉल ब्लेंडिंग का टारगेट भी 2030 से 5 साल कम करके 2025 कर लिया है। ये सारे प्रयास, बायोटेक के क्षेत्र में रोजगार के भी नए अवसर बनाएंगे।
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जानिए बायोटेक स्टार्टअप एग्जिबिशन के बारे में
बायोटेक स्टार्टअप प्रदर्शनी-2022 9 और 10 जून को आयोजित की गई है। इसका आयोजन बायोटेक्नोलॉजी विभाग तथा बायोटेक्नोलॉजी इंडस्ट्री रिसर्च असिस्टेंस काउंसिल (बीआईआरएसी) ने मिलकर किया है। यह एग्जिबिशन बीआईआरएसी की स्थापना के 10 वर्ष पूरे होने पर आयोजित की गई है। एग्जिबिशन की थीम 'बायोटेक स्टार्टअप इनोवेशंस: आत्मनिर्भर भारत की दिशा में' है। एग्जिबिशन में करीब 300 स्टालों लगाए गए हैं। इनमें हेल्थ देखभाल, जीनोमिक्स, बायोफार्मा, कृषि, औद्योगिक बायोटेक्नोलॉजी, अपशिष्ट से मूल्य(waste to value), स्वच्छ ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में बायोटेक्नोलॉजी के उपयोगों को प्रदर्शित किया गया है।
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