पीएम नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए गुरुवार को वाराणसी के गैर-सरकारी संगठनों (NGO) के प्रतिनिधियों से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने कोरोना पॉजिटिव केसों को लेकर बात की और साथ ही उनके काम की भी जमकर तारीफ की।
नई दिल्ली. पीएम नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए गुरुवार को वाराणसी के गैर-सरकारी संगठनों (NGO) के प्रतिनिधियों से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने कोरोना पॉजिटिव केसों को लेकर बात की और साथ ही उनके काम की भी जमकर तारीफ की। इतना ही नहीं, इस बीच पीएम ने कांग्रेस का बिना जिक्र किए ही उस पर निशाना साधा है। उन्होंने पहले और अब के काम करने के तरीके साथ ही प्रशासन के सहयोग के काम को लेकर कहा कि पहले काम करने से मना कर दिया जाता था, लेकिन आज सब एक-दूसरे की मदद कर रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने वाराणसी के लोगों के लेकर कहा कि उनसे बात करना भोलेनाथ के दर्शन जैसा है।
पीएम मोदी ने कही ये बात
दरअसल, पीएम मोदी ने कांग्रेस सरकार पर निशाना इसलिए साधा क्योंकि जिला प्रशासन के पास खाना बांटने के लिए अपनी गाड़ियां कम पड़ गई थी, जिसके बाद डाक विभाग ने अपनी पोस्टल वैन देकर प्रशासन की मदद की। इसी मामले को लेकर बात करते हुए पीएम ने कहा, 'मुझे बताया गया है कि जब जिला प्रशासन के पास भोजन बांटने के लिए अपनी गाड़ियां कम पड़ गईं तो डाक विभाग ने खाली पड़ी अपनी पोस्टल वैन इस काम में लगा दीं। सोचिए, सरकारों की, प्रशासन की छवि तो यही रही है कि पहले हर काम को मना किया जाता है।'
100 साल पहले भी आई थी ऐसी महामारी
पीएम मोदी ने कोरोना संकट को लेकर कहा कि 100 साल पहले भी इसी तरह की महामारी आई थी। कहा जाता है कि तब भारत में जनसंख्या इतनी बड़ी नहीं थी। फिर भी उस समय भारत उन देशों में से एक था, जिसमें सबसे ज्यादा मौतें हुई थीं। इसीलिए, इस समय पूरी दुनिया भारत के लिए चिंतित थी।
यूपी में कोरोना को लेकर बोले पीएम
यूपी में कोरोना के मामलों को लेकर पीएम मोदी ने कहा, 'आज उत्तर प्रदेश ने न सिर्फ संक्रमण की गति को काबू में किया हुआ है बल्कि जिन्हें कोरोना हुआ है, वो भी तेजी से ठीक हो रहे हैं। इसकी बहुत बड़ी वजह आप सभी लोग हैं। वाराणसी में गैर सरकारी संगठनों के प्रतिनिधियों से बात करते वक्त प्रधानमंत्री ने कहा, 'आज भारत में 80 करोड़ से ज्यादा लोगों को मुफ्त राशन दिया जा रहा है। इसका बहुत बड़ा लाभ बनारस के भी गरीबों, श्रमिकों को हो रहा है। आप कल्पना कर सकते हैं कि भारत, अमेरिका से भी दोगुनी आबादी से, एक पैसा लिए बिना उनका भरण-पोषण कर रहा है।'