पीएम मोदी शनिवार को कोरोना वैक्सीन की समीक्षा के लिए तीन शहरों में जाएंगे। पीएम कार्यालय ने इस बात की जानकारी दी। पीएमओ ने ट्वीट कर कहा, कल पीएम मोदी वैक्सीन के विकास और विनिर्माण प्रक्रिया की व्यक्तिगत समीक्षा करने के लिए 3 शहर की यात्रा पर जाएंगे। वह अहमदाबाद में Zydus Biotech Park, हैदराबाद में Bharat Biotech और पुणे में Serum Institute of India का दौरा करेंगे।
नई दिल्ली. पीएम मोदी शनिवार को कोरोना वैक्सीन की समीक्षा के लिए तीन शहरों में जाएंगे। पीएम कार्यालय ने इस बात की जानकारी दी। पीएमओ ने ट्वीट कर कहा, कल पीएम मोदी वैक्सीन के विकास और विनिर्माण प्रक्रिया की व्यक्तिगत समीक्षा करने के लिए 3 शहर की यात्रा पर जाएंगे। वह अहमदाबाद में Zydus Biotech Park, हैदराबाद में Bharat Biotech और पुणे में Serum Institute of India का दौरा करेंगे।
कहां बन रही कौन सी वैक्सीन?
1- पुणे- ऑक्सफोर्ड वैक्सीन
भारत को जिस कोरोना वैक्सीन से सबसे ज्यादा उम्मीद है, वह ब्रिटेन की ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्राजेनेका द्वारा बनाई जा रही वैक्सीन है। कोविशील्ड वैक्सीन को बनाने के लिए भारत के सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने समझौता भी किया है। यह वैक्सीन 90% तक प्रभावी साबित हुई है। इस वैक्सीन के तीसरे चरण के ट्र्रायल के नतीजे सोमवार को जारी किए गए थे। इसमें पता चला है कि यह टीका बिना लक्षण वाले संक्रमण के मामलों में वायरस के प्रसार को कम कर सकता है।
2- हैदराबाद में Bharat Biotech
यह स्वदेशी वैक्सीन है। Bharat Biotech की वैक्सीन का नाम कोवैक्सीन है। अभी इस वैक्सीन का ट्रायल तीसरे चरण में चल रहा है। अभी तक वैक्सीन ट्रायल के नतीजे अच्छे रहे हैं। भारत सरकार की उम्मीदें इस वैक्सीन से काफी टिकी हुई हैं।
3- Zydus Biotech Park
अहमदाबाद में जायडस कैडिला की फैसिलिटी है। यहां ZyCov-D नाम से वैक्सीन बनाई गई है, जो दूसरे फेज के ट्रायल में है। अपनी यात्रा के दौरान पीएम मोदी, तीनों वैक्सीन कंपनियों से तैयारी पर चर्चा करेंगे और वैक्सीन के वितरण की रणनीति बनाएंगे।
कब से लगेगी वैक्सीन?
हाल ही में भारत के स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने बताया था कि देश में 2021 की पहली तिमाही तक वैक्सीन लगाना शुरू होगा। 25 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाने की तैयारी है। जुलाई तक 40-50 करोड़ डोज उपलब्ध हो जाएंगे।
सबसे पहले किसे लगेगी वैक्सीन?
भारत में एक करोड़ हेल्थ वर्कर्स, राज्यों और केंद्र सरकार की पुलिस, फोर्सेस, होम गार्ड, सिविल डिफेंस के 2 करोड़ लोग हैं। इसके अलावा 50 साल से अधिक लोगों के 26 करोड़ लोग हैं। वहीं, 50 साल कम उम्र के हाई रिस्क ग्रुप के 1 करोड़ लोगों को भी वैक्सीन दी जाएगी।