महाराष्ट्र में कोयले की आपूर्ति और वाशिंग का काम रुखसाई इंफ्रास्ट्रक्चर प्रालि. को मिलने से विवाद खड़ा हो गया है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने इसमें भ्रष्टाचार की आशंका जताते हुए राज्य सरकार को पत्र लिखा है। वहीं, केंद्रीय मंत्रियों ने भी ट्वीट किया है।
मुंबई. नागपुर बेस्ड कंपनी रुखसाई इंफ्रास्ट्रक्चर प्रालि. को महाजेनेको (Maharashtra State Power Generation Company) के मिले कोयले की आपूर्ति और वाशिंग के ठेके से राजनीति गर्मा गई है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने इसमें भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और उद्योगमंत्री सुभाष देसाई को पत्र लिखकर ठेका निरस्त करने और जांच की मांग उठाई है। वहीं, भाजपा भी इस मामले में आक्रामक हुई है।
केंद्रीय मंत्रियों ने किया ट्वीट
केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने ट्वीट करते हुए लिखा कि कोल वॉशरीज में कोई अपने हाथ गंदे करवा रहा है। कांग्रेस पार्टी के साथ गठबंधन में दरारें आने लगी हैं।
कांग्रेस सिर्फ भ्रष्टाचार जानती है
केंद्र में कोल एंड माइंस मिनिस्टर प्रह्लाद जोशी ने ट्वीट करते तंज कसा कि कांग्रेस सिर्फ भ्रष्टाचार जानती है। उसने अपनी हदें पार करते हुए महाराष्ट्र में एक ब्लैक लिस्टेड कंपनी को टेंडर दे दिए। यह उनके अपने ही नेता ने दावा किया है। यह सच हैकि पंख वाले(पार्टी पर तंज) पक्षी झुंड में उड़ते हैं।
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कांग्रेस ने ही उजागर किया मामला
हालांकि यह अलग बात है कि यह मामला कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले(चित्र) ने ही उजागर किया। उन्होंने हवाला दिया कि जिस कंपनी के पास सिक्योरिटी क्लीयरेंस और कोल वाशिंग का अनुभव ही नहीं है, जिस कंपनी का किसी तरह का नेटवर्थ और टर्नओवर नहीं है, उसे ठेका कैसे दे दिया गया? कांग्रेस नेता ने कहा कि रुखसाई ने जिस कंपनी से हिस्सेदारी की है, वो नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल द्वारा काली सूची में डाली जा चुकी है। बता दें कि यह ठेका 21 मई को दिया गया है।