बिजली संकट : कोयला समय पर पहुंचाने के लिए केंद्र सरकार ने रद्द कीं 657 ट्रेनें

देश के तमाम राज्यों में पारा 45 डिग्री तक पहुंच चुका है। भीषण गर्मी के चलते देशभर में बिजली की मांग बढ़ती जा रही है। तमाम पावर प्लांट बंद हैं। इसके कारण 16 राज्यों में 10 घंटे तक के बिजली कटौती शुरू हो गई है। 

नई दिल्ली। देश के कई राज्यों में कोयले की सप्लाई प्रभावित होने की वजह से बिजली संकट बढ़ रहा है। इसे देखते हुए केंद्र सरकार ने कोयला वैगनों की रफ्तार बढ़ाने की तैयारी की है। इसके चलते रेलवे ने 657 ट्रेनों को रद्द करने का फैसला किया है। इन ट्रेनों में मेल, एक्सप्रेस और पैसेंजर गाड़ियां शामिल हैं। कुल 533 कोयला रैक ड्यूटी पर लगाए गए हैं। गुरुवार को पॉवर प्लांट्स तक कोयला पहुंचाने के लिए  437 रैक लोड की गई थीं। 

16 राज्यों में 10 घंटे तक की कटौती
देश के तमाम राज्यों में पारा 45 डिग्री तक पहुंच चुका है। भीषण गर्मी के चलते देशभर में बिजली की मांग बढ़ती जा रही है। तमाम पावर प्लांट बंद हैं। इसके कारण 16 राज्यों में 10 घंटे तक के बिजली कटौती शुरू हो गई है। सरकारी रिकॉर्ड के मुताबिक, देशभर में 10 हजार मेगावॉट की कटौती हो रही है। 

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106 पावर प्लांट्स में 25 फीसदी ही कोयला 
सूत्रों का कहना है कि देश के कुल 173 पावर प्लांट्स में से 106 प्लांट्स में कोयला 25 फीसदी तक ही बचा है। बताया जा रहा है कि कोयला प्लांट बिजली उत्पादन को कोयले के स्टॉक के मुताबिक शेड्यूल करते हैं। स्टॉक पूरा हो तो उत्पादन भी पूरा होता है।

पिटहेट प्लांट्स में 78 फीसदी कोयला
ऊर्जा मंत्रालय के मुताबिक देश के 18 पिटहेट प्लांट (ऐसे बिजलीघर जो कोयला खदानों के मुहाने पर ही हैं) उनमें तय मानक का 78 फीसदी कोयला है, जबकि दूर दराज के 147 बिजलीघर (नॉन-पिटहेट प्लांट) में मानक का औसतन 25 फीसदी कोयला उपलब्ध है। यदि इन बिजलीघरों के पास कोयला स्टॉक तय मानक के मुताबिक 100फीसदी होता तो पिटहेट प्लांट 17 दिन और नॉन-पिटहेट प्लांट्स 26 दिन चल सकते हैं।

राहुल बोले- प्रधानमंत्री को जनता की चिंता नहीं 
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने बिजली कटौती को लेकर कहा कि क्या पीएम मोदी को देश और जनता की फिक्र नहीं है। उन्होंने फेसबुक पर लिखा - 20 अप्रैल 2022 को मैंने मोदी सरकार से कहा था कि नफरत का बुलडोजर चलाना बंद करें और देश के बिजली संयंत्र शुरू करें। आज कोयला और बिजली संकट से पूरे देश में त्राहि-त्राहि मची है। फिर कह रहा हूं  - यह संकट छोटे उद्योगों को खत्म कर देगा, जिससे बेरोजगारी और बढ़ेगी। 

दादरी, ऊंचाहार में पूरी क्षमता से उत्पादन: एनटीपीसी 
एनटीपीसी ने शुक्रवार को कहा कि उसके दादरी और ऊंचाहार प्लांट्स की सभी इकाइयां पूरी क्षमता से काम कर रही हैं। उसने कहा कि कोयले की आपूर्ति नहीं होने से बिजली उत्पादन में कमी आई है। एनटीपीसी ने ट्वीट किया- उसकी इकाइयां पूरी क्षमता से उत्पादन में जुटी हुई हैं। ऊंचाहार और दादरी स्टेशन ग्रिड 100 फीसदी से अधिक क्षमता से काम कर रहे हैं। ऊंचाहार की पहली इकाई को छोड़कर ऊंचाहार और दादरी की सभी इकाइयां पूरी क्षमता पर चल रही हैं। पहली इकाई में सालाना रखरखाव का काम चल रहा है।
 

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