भारतीय बैडमिंटन के पूर्व दिग्गज प्रकाश पादुकोण (Prakash Padukone) ने केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर (Rajeev Chandrasekhar) और बीपीएल के अजीत नांबियार को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा है कि 1994 से अब तक आपने जो सपोर्ट किया उसी का नतीजा थॉमस कप जीत है।
नई दिल्ली। 15 मई को बैंकॉक में हुए थॉमस कप 2022 (Thomas Cup 2022) के फाइनल में विजय हासिल कर भारतीय खिलाड़ियों ने इतिहास रच दिया था। इस जीत में भारतीय बैडमिंटन के पूर्व दिग्गज प्रकाश पादुकोण की अहम भूमिका रही। थॉमस कप जीतने के बाद प्रकाश पादुकोण ने केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर और बीपीएल के अजीत नांबियार को एक पत्र लिखा है। इस भावुक पत्र में उन्होंने प्रकाश पादुकोण बैडमिंटन अकादमी के लिए 1994 में उनके निरंतर समर्थन को याद किया है।
प्रकाश पादुकोण ने राजीव चंद्रशेखर को संबोधित करते हुए लिखा कि अधिकांश लोगों को पता नहीं होगा कि आपने और अजीत ने 1994 में हमारी अकादमी का समर्थन करके इस जीत में एक बड़ी भूमिका निभाई है। उस समय भारत में बैडमिंटन स्पॉन्सरशिप के बारे में कोई नहीं जानता था, लेकिन आपके पास हमें सपोर्ट करने का विजन था।
उन दिनों यह अनसुनी बात थी कि किसी को इवेंट के लिए नहीं, बल्कि कोचिंग के लिए स्पॉन्सरशिप मिले। हमारी दुनिया की पहली बैडमिंटन अकादमी थी जिसे निजी तौर पर समर्थन दिया गया था। एशिया के अन्य सभी स्थानों पर इसे राष्ट्रीय सरकारों का समर्थन प्राप्त था। इस जीत का बीज तब डाला गया था।
हम आपकी मदद कभी नहीं भूलेंगे
प्रकाश पादुकोण ने लिखा कि इस ऐतिहासिक अवसर पर मैं आपके योगदान को कृतज्ञता के साथ याद करता हूं और आपको, अजीत और पूरे बीपीएल परिवार को देश के सभी बैडमिंटन प्रेमियों की ओर से धन्यवाद देना चाहता हूं, जिन्होंने हमारी क्षमताओं पर विश्वास किया और बिना यह जाने कि क्या उम्मीद की जाए, हमारा समर्थन किया। इसका हम सभी को लंबा इंतजार था, लेकिन आखिरकार सपना सच हो गया। उन अच्छे पुराने दिनों में आपने हमारे लिए जो कुछ किया, उसके लिए एक बार फिर धन्यवाद। आपने हमारी मदद और सहायता उस समय कि जब हमें इसकी सबसे ज्यादा जरूरत थी। हम इसे कभी नहीं भूलेंगे।
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भारत ने इंडोनेशिया को 3-0 से दिया था मात
बता दें कि थॉमस कप 2022 के फाइनल मुकाबले में भारत ने इंडोनेशिया को 3-0 से हराकर इतिहास रचा था। भारत ने पहली बार थॉमस कप अपने नाम किया था। किदांबी श्रीकांत, सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी व लक्ष्य सेन ने अपने मैच जीते, जिससे भारत ने फाइनल में 14 बार के चैंपियन इंडोनेशिया को 3-0 से हरा दिया था।
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