गोवा के मुख्यमंत्री बने रहेंगे प्रमोद सावंत, राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा किया पेश

गोवा भाजपा विधायक दल की बैठक में प्रमोद सावंत (Pramod Sawant) को मुख्यमंत्री के रूप में चुना गया। प्रमोद सावंत ने राज्यपाल पीएस श्रीधरन पिल्लई से मुलाकात की और सरकार बनाने का दावा पेश किया।

Asianet News Hindi | Published : Mar 21, 2022 2:51 PM IST / Updated: Mar 21 2022, 08:34 PM IST

पणजी। भारतीय जनता पार्टी ने गोवा में मुख्यमंत्री पद को लेकर जारी सस्पेंस को खत्म कर दिया है। पार्टी ने कार्यकारी मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत (Pramod Sawant) को ही अगला मुख्यमंत्री बनाने का फैसला किया है। सोमवार को गोवा भाजपा विधायक दल की बैठक में प्रमोद सावंत को मुख्यमंत्री के रूप में चुना गया। इसके बाद प्रमोद सावंत और अन्य भाजपा नेताओं और एमजीपी के विधायकों ने राज्यपाल पीएस श्रीधरन पिल्लई से मुलाकात की और राज्य में सरकार बनाने का दावा पेश किया।

सर्वसम्मति से हुआ सावंत का चुनाव
विधायक दल की बैठक में भाजपा के केंद्रीय पर्यवेक्षक नरेंद्र सिंह तोमर और एल मुरुगन, विधानसभा चुनाव प्रभारी देवेंद्र फडणवीस और पार्टी की राज्य इकाई के अध्यक्ष सदानंद शेत तनवड़े भी शामिल थे। केंद्रीय मंत्री और गोवा के लिए भाजपा के केंद्रीय पर्यवेक्षक नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि विश्वजीत राणे ने विधायक दल के नेता के रूप में प्रमोद सावंत के नाम का प्रस्ताव रखा। सभी ने सर्वसम्मति से सावंत को नेता चुना। वह अगले 5 वर्षों के लिए विधायक दल के नेता होंगे। सावंत का चुनाव सर्वसम्मति से हुआ।

प्रमोद सावंत ने पीएम मोदी को दिया धन्यवाद 
प्रमोद सावंत ने कहा कि मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को धन्यवाद देना चाहता हूं कि उन्होंने मुझे अगले 5 वर्षों तक गोवा के सीएम के रूप में काम करने का मौका दिया। मुझे खुशी है कि गोवा के लोगों ने मुझे स्वीकार किया है। मैं राज्य के विकास के लिए हर संभव प्रयास करूंगा। बता दें कि 14 फरवरी को हुए चुनाव में भाजपा ने 40 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत से सिर्फ एक कम 20 सीटें जीती थीं। इसे एमजीपी के दो विधायकों और तीन निर्दलीय विधायकों का समर्थन मिला है।

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चुनावी नतीजों के बाद बना हुआ था सस्पेंस
बता दें कि 10 मार्च को चुनावी नतीजों के बाद से ही गोवा के मुख्यमंत्री के नाम पर सस्पेंस बना हुआ था। सीएम फेस को लेकर लगातार चर्चाओं का दौर चल रहा था। पार्टी के भीतर सीएम फेस को लेकर खींचतान चल रही थी। शनिवार को बीजेपी विधायक विश्वजीत प्रताप सिंह राणे राज्यपाल से मिलने पहुंचे थे। विश्वजीत राणे की पत्नी दिव्या राणे भी परवेम विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक हैं। 

दिव्या की तरफ से रविवार को एक मराठी भाषी अखबार में एक पेज का विज्ञापन दिया गया था। इस विज्ञापन में प्रमोद सावंत का चेहरा शामिल नहीं किया गया था। विज्ञापन में लिखा गया था कि गोवा के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ कि कोई उम्मीदवार किसी भी पार्टी का 13 हजार 943 वोट के अंतर से जीत दर्ज करे। परवेम से बीजेपी उम्मीदवार दिव्या विश्वजीत राणे ने ये कीर्तिमान हासिल किया है। इसके बाद इसे विश्वजीत प्रताप सिंह के मुख्यमंत्री पद की दावेदारी के रूप में देखा गया था।

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