पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की सोमवार को आर्मी अस्पताल में ब्रेन सर्जरी हुई। यह सर्जरी मस्तिष्क में क्लॉट हटाने के लिए की गई। बताया जा रहा है कि सर्जरी सफल रही, लेकिन उन्हें कुछ समय के लिए वेंटिलेटर पर रखा गया है। पूर्व राष्ट्रपति की कोरोना रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है।
नई दिल्ली. पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की सोमवार को आर्मी अस्पताल में ब्रेन सर्जरी हुई। यह सर्जरी मस्तिष्क में क्लॉट हटाने के लिए की गई। बताया जा रहा है कि सर्जरी सफल रही, लेकिन उन्हें कुछ समय के लिए वेंटिलेटर पर रखा गया है। पूर्व राष्ट्रपति की कोरोना रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। अगर प्रणब मुखर्जी को कोरोना नहीं होता तो उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट की जरूरत नहीं होती।
प्रणब मुखर्जी सोमवार को सेना के रिसर्च ऐंड रेफरल अस्पताल में भर्ती हुए थे। यहां उनका कोरोना टेस्ट भी हुआ था। 84 साल के प्रणब मुखर्जी ने खुद ट्वीट कर संक्रमित होने की जानकारी दी थी।
'मेरे संपर्क में आए लोग कराएं कोरोना टेस्ट'
पूर्व राष्ट्रपति ने लिखा, मैं अस्पताल में इलाज के लिए गया था। जहां मेरी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। मेरी लोगों से अपील है कि जो लोग मेरे सपर्क में आए हैं, वे खुद को सेल्फ आइसोलेट कर लें और अपना कोरोना टेस्ट कराएं।
अस्पताल में मिलने पहुंचे थे राजनाथ सिंह
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सोमवार देर शाम पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के स्वास्थ्य की जानकारी लेने के लिए आर्मी रिसर्च एंड रेफरल अस्पताल पहुंचे थे। वे अस्पताल में करीब 20 मिनट तक रहे थे।
84 साल के हैं प्रणब मुखर्जी
प्रणब मुखर्जी 84 साल के हैं। वे 2012-17 तक भारत के 13वें राष्ट्रपति रहे हैं। पूर्व राष्ट्रपति सक्रिय राजनीति से सन्यास ले चुके हैं। 2019 में प्रणब मुखर्जी को देश का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार भारत रत्न से सम्मानित किया गया था। पूर्व राष्ट्रपति की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं।