फांसी घर के प्लेटफार्म की चौड़ाई बढ़ाई जा रही...निर्भया के चारों दोषियों को ऐसे दी जाएगी फांसी !

निर्भया के दोषियों को जल्द ही फांसी हो सकती है। इस बीच तिहाड़ जेल से खबर आ रही है कि जहां फांसी दी जाती है, यानी जेल संख्या 3, वहां एक बार में दो ही लोगों को फांसी पर लटकाने की व्यवस्था है, ऐसे में फांसी घर के प्लेटफार्म की चौड़ाई बढ़ाई जा रही है। 

Asianet News Hindi | Published : Dec 13, 2019 10:26 AM IST / Updated: Dec 13 2019, 04:06 PM IST

नई दिल्ली. निर्भया के दोषियों को जल्द ही फांसी हो सकती है। इस बीच तिहाड़ जेल से खबर आ रही है कि जहां फांसी दी जाती है, यानी जेल संख्या 3, वहां एक बार में दो ही लोगों को फांसी पर लटकाने की व्यवस्था है, ऐसे में फांसी घर के प्लेटफार्म की चौड़ाई बढ़ाई जा रही है ताकि जरूरत पड़े तो चारों को एक साथ फांसी के फंदे पर लटकाया जा सके। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक फांसी देने के लिए 8 रस्सियां मंगाई गई हैं। सॉफ्ट कॉटन से तैयार इस रस्सी पर मक्खन और मोम भी लगाया जाता है ताकि यह नरम और मजबूत रहे।

निर्भया की मां ने लगाई याचिका
निर्भया के दोषी अक्षय ठाकुर ने सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका लगाई है, जिसपर 17 दिसंबर को सुनवाई होगी। इस बीच निर्भया की मां ने भी एक याचिका लगाई। याचिका पर शुक्रवार को दिल्ली की पटियाला कोर्ट में सुनवाई हुई। इस याचिका में निर्भया की मां ने दोषियों को जल्द से जल्द फांसी देने की मांग की है। इसस मामले में अब 18 दिसंबर को 2 बजे सुनवाई होगी। 

दोषियों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेशी
दोषियों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश किया गया है। एडिशनल जज सतीश कुमार अरोरा ने कहा कि इस मामले में सुप्रीम कोर्ट के रिव्यू पिटीशन पर फैसले के बाद सुनवाई करेंगे।उधर, निर्भया की मां ने कहा, निर्भया की मां ने कहा, हम 7 साल से लड़ाई लड़ रहे हैं। एक हफ्ते और इंतजार कर सकते हैं। 18 दिसंबर को दोषियों के खिलाफ डेथ वारंट जारी होगा। 

कौन हैं निर्भया के चारों दोषी
1- मुकेश सिंह - निर्भया से गैंगरेप का दोषी मुकेश बस क्लीनर का काम करता था। जिस रात गैंगरेप की यह घटना हुई थी उस वक्त मुकेश सिंह बस में ही सवार था। गैंगरेप के बाद मुकेश ने निर्भया और उसके दोस्त को बुरी तरह पीटा था।
2- विनय शर्मा- निर्भया का दोषी विनय जिम ट्रेनर का काम करता था। वारदात वाली रात विनय बस चला रहा था। इसने पिछले साल जेल के अंदर आत्‍महत्‍या की कोशिश की थी लेकिन बच गया।
3- पवन गुप्ता- पवन दिल्ली में फल बेंचने का काम करता था। वारदात वाली रात वह बस में मौजूद था। पवन जेल में रहकर ग्रेजुएशन की पढ़ाई कर रहा है।
4- अक्षय ठाकुर- यह बिहार का रहने वाला है। इसने अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी और दिल्ली चला आया। शादी के बाद ही 2011 में दिल्ली आया था। यहां वह राम सिंह से मिला। घर पर इस पत्नी और एक बच्चा है।

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